नमस्कार दोस्तों, अगर आप लोगों की जीवन में भी धन से जुड़ी हुई बहुत समस्याएं चल रही हैं जैसे आपको कुछ बड़ा काम करना है और आपके पास उसके लिए पैसा नहीं है, आपको अपना घर बनाना है पर उसके लिए आपके पास पैसा नहीं है, आपको अपना नया व्यापार शुरू करना है पर आपके पास उसका पैसा नहीं है इसी तरह की अगर आपके जीवन में किसी भी प्रकार की धन से जुड़ी हुई या पैसों से जुड़ी हुई समस्या चल रही है तो आप लोगों को 1 लाल फूल और 1 सफेद फूल वाला उपाय जरूर करना चाहिए जो उपाय पंडित जी ने अपनी सीहोर की कथा, रुद्राक्ष महोत्सव की कथा में बताया है और आप सभी लोग जानते हैं कि जो उपाय पंडित जी सीहोर वाली कथा में बताते हैं वह उपाय का फल बहुत जल्दी और बहुत बड़ा होकर मिलता है इसलिए आप लोगों को इस उपाय को किसी भी विशेष दिन पर जरूर करना चाहिए जिससे कि आपकी जीवन में आ रही धन से जुड़ी हुई समस्याएं दूर हो सके।
यह उपाय किस लिए करना है
यह उपाय धन से जुड़ी हुई समस्याओं के लिए कर सकते हैं।
यह उपाय किसको करना है
यह उपाय विशेष रूप से घर की बड़ी माता बहनों में से किसी भी एक माता बहन को करना है। अगर किसी कारणवश घर में माता बहन उपस्थित ना हो तो उस जगह पर घर के बड़े व्यक्ति भी इस उपाय को कर सकते हैं।
यह उपाय किस दिन करना है
पंडित जी द्वारा बताए गए उपाय में इस उपाय को किसी भी दिन नहीं बताया गया है इसका मतलब इस उपाय को आप किसी भी दिन कर सकते हैं पर इस उपाय को अगर किसी विशेष दिन पर करेंगे तो आपको इस उपाय का फल जल्दी और बहुत बड़ा होकर मिलेगा।
यह उपाय किस समय करना है
इस उपाय को आप लोगों को मुख्य रूप से सुबह के समय करना है पर किसी कारणवश आप सुबह के समय इस उपाय को नहीं कर पाते हैं तो आप शाम के समय या प्रदोष काल में भी इस वाले उपाय को कर सकते हैं।
इस उपाय की सामग्री क्या है
इस उपाय में आप लोगों को चार चीजों की आवश्यकता होगी।
- 1 बेलपत्र
- 1 शमी पत्र
- 1 लाल फूल (ऐसा फूल जो भगवान शिव जी की शिवलिंग पर चढ़ता हो)
- 1 सफेद फूल (ऐसा फूल जो भगवान शिव जी की शिवलिंग पर चढ़ता हो)
इस उपाय को करने की विधि
जब भी आप इस उपाय को कर रहे हो तो उस दिन शुद्ध होकर स्नान करके आप अपने उपाय की सामग्री को तैयार करके और विशेष रूप से पूजन की कुछ सामग्री अपने साथ रखकर अपने घर के पास में जो भी शिव मंदिर हो या शिवालय हो वहां पर आप लोगों को जाना है। मंदिर में पहुंचकर सबसे पहले आपको भगवान शिव जी के दर्शन करने हैं उसके बाद उनकी पूजन अर्चना करना है। अगर आप ज्यादा पूजन सामग्री नहीं लेकर जा रहे हैं तो कम से कम आप एक लोटा जल जरूर लेकर जाए। अगर इसी उपाय को आप शाम के समय कर रहे हैं तो आप एक गोल बाती का शुद्ध देसी गाय के घी का दीपक अपने घर से तैयार करके लेकर जाएं। जैसे ही आप शिव जी के मंदिर में अपनी पूजा अर्चना कर लेते हैं, एक लोटा जल चढ़ा देते हैं या शाम के समय कर रहे हैं तो दीपक जला देते हैं उसके बाद आप भगवान शिव जी की शिवलिंग के पास में आकर बैठ जाइए और अपने उपाय की सामग्री अपने सामने रख लीजिए।
जैसे ही आप उपाय को करना शुरू करेंगे तो सबसे पहले आपको शिवलिंग के ऊपर एक स्थान का पता होना जरूरी है जो की माता अशोक सुंदरी जी का स्थान है क्योंकि इसी स्थान पर हम को इस वाले उपाय को करना है।
माता अशोक सुंदरी जी का स्थान शिवजी की जलधारी के बिल्कुल बीचो-बीच में होता है जहां पर आप लोगों को यह वाला उपाय करना है।
सबसे पहले आप लोगों को अपनी एक बेलपत्र उठाना है और उसे माता अशोक सुंदरी जी वाले स्थान पर समर्पित करना है। इस बेलपत्र की डंडी का मुख जलधारी की तरफ हो जहां से जल बहता है और नीचे गिरता है और बीच वाली बड़ी पत्ती का मुख शिवलिंग की तरफ हो और इस तरीके से आपको इस एक बेलपत्र को माता अशोक सुंदरी वाले स्थान पर चढ़ा देना है इसी के साथ में आपको कांता भगवान या कांता चक्र और नारायण जी का नाम लेकर ही इस उपाय को करना है।
अब आप अपना वह शमी पत्र निकाल लीजिए जो आप उपाय के लिए लाए हैं और इस शमी पत्र को भी आप माता अशोक सुंदरी जी वाले स्थान पर समर्पित कर दें। इस शमी पत्र की डंडी का मुख भी जलधारी की तरफ हो और पत्तियों का मुख शिवलिंग की तरफ हो, इस प्रकार से आप इस शमीपत्र को समर्पित कर देना है और साथ ही में कांता भगवान या कांता चक्र, शिव और नारायण जी का नाम लेकर समर्पित कर दीजिए।
अब आप अपना वह एक लाल फूल निकाल लीजिए जो आप उपाय को करने के लिए लेकर आए हैं वह लाल फूल ऐसा हो जो शिवलिंग पर चढ़ता हो तो वह लाल फूल को आपको इस माता अशोक सुंदरी जी वाले स्थान पर समर्पित करना है, फूलों का खिला हुआ भाग शिवलिंग की तरफ होना चाहिए और फूल का पीछे का भाग जलधारी की तरफ होना चाहिए। इसी के साथ ही में कांता भगवान या कांता चक्र, शिव और नारायण जी का नाम लेकर समर्पित कर दीजिए।
इसी तरीके से आपकी चौथी और आखिरी सामग्री एक सफेद फूल को भी आप लोगों को माता अशोक सुंदरी जी वाले स्थान पर समर्पित करना है, खिला हुआ भाग शिवलिंग की तरफ होना चाहिए और डडी का भाग जलधारी की तरफ होना चाहिए। यह सफेद फूल वही होना चाहिए जो शिवलिंग पर समर्पित होता हो कांता भगवान या कांता चक्र और भगवान शिव और नारायण जी का नाम लेकर आपको इस उपाय को पूरा कर लेना है।
इसी के साथ यह एक लाल फूल और एक सफेद फूल वाला उपाय पूर्ण हो जाता है इस उपाय को करने वाले व्यक्ति के जीवन में धन से जुड़ी हुई समस्या बहुत जल्द दूर होना शुरू हो जाएगी और व्यक्ति जो भी चाहता होगा उसे वह सब कुछ मिल जाएगा।
उपाय की ध्यान में रखने वाली बातें
- इस उपाय में ऐसे लाल फूल लेना है जो शिवलिंग पर चढ़ते हो।
- इस उपाय में ऐसे सफेद फूल लेना है जो शिवलिंग पर चढ़ने हो।
- इस उपाय को आपको भगवान शिव और नारायण जी का नाम लेते हुए ही करना है।
- इस उपाय को आप सुबह और शाम दोनों समय में किसी भी एक समय कर सकते हैं।
- इस उपाय को करने के लिए आप अपने साथ कुछ पूजन की सामग्री जरूर लेकर जाएं। पहले पूजन करें उसके बाद ही उपाय करें।
अगर आप कोई उपाय को करने में कोई भी दिक्कत समस्या या परेशानी आती है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
मेंश्री शिवाय नमस्तुभ्यं