नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते हैं कि अधिक मास चल रहा है और इस बार यह अधिक मास सावन महीने के बिल्कुल बीच-बीच में चल रहा है इसीलिए इसका महत्व और ज्यादा बढ़ जाता है। अगर आप लोग भी अधिक मास के महीने में अपने जीवन में खुशहाली प्राप्त करना चाहते हैं और अपने जीवन से दुख और समस्याओं को दूर करना चाहते हैं तो आपको इस अधिक मास महीने के आखिरी दिन पर यह विशेष उपाय जरूर करना चाहिए।
यह उपाय पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने अपनी मैनपुरी उत्तर प्रदेश की तीसरे दिन की तब शिव महापुराण कथा में बताए हैं।
अधिक मास का आखरी दिन कब हैं?
अधिक मास का आखरी दिन 16 अगस्त 2023 को हैं।
अधिक मास के यह उपाय किस समय करना हैं?
अधिक मास कोई उपाय 16 अगस्त 2023 को प्रातः काल सुबह-सुबह कितना है
अधिक मास के आखिरी दिन कौनसा उपाय करें?
अधिक मास के आखिरी दिन कनेर के पुष्प का उपाय शुरू करें।
इस उपाय में आप लोगों को अधिक मास के आखिरी दिन 16 अगस्त 2023 को प्रातः काल सुबह-सुबह सबसे पहले दो लोटा जल तैयार करना है और अपने साथ में एक कनेर का पुष्प भी रखना हैं।
दो लोटा जल एक के ऊपर एक पात्र रखे आपको भगवान शिव जी के मंदिर पहुंचना हैं और भगवान शिव जी के मंदिर की चौखट तक पहुंचने के बाद आपको अपने दोनों पात्र को एक-एक हाथ में पकड़ लेना है फिर भगवान के मंदिर के अंदर प्रवेश करना हैं।
अब आपको भगवान शिव जी के मंदिर के अंदर प्रवेश करने के बाद भगवान शिव जी की शिवलिंग के ऊपर अपने दोनों हाथों से एक साथ इस जल को एक धारा से समर्पित करना हैं।
जैसे ही आप लोग अपने 2 पात्र का जल एक धारा से भगवान शिव जी के ऊपर समर्पित कर देते हैं तो आपको अपना वह एक कनेर का पुष्प लेना है और भगवान शिव जी की शिवलिंग के ऊपर समर्पित कर देना है या अगर आप इस कनेर के पुष्प को माता अशोक सुंदरी जी के स्थान पर भी समर्पित करेंगे तो भी अच्छा होगा।
इसके बाद आप भगवान शिव जी के पास में बैठ कर थोड़ी देर भगवान शिव जी के नाम का जाप जरूर कीजिए।
कनेर का पुष्प कैसा होता हैं?
कनेर का पुष्प पीले कलर का होता है जो आप लोगों को बहुत आसानी से मिल जाता है और यह फूल जहरीला भी होता है इसीलिए इस फूल को कोई भी पशु पक्षी नहीं खाते हैं।
अधिक मास के आखिरी दिन यह उपाय करने से क्या होता हैं?
अधिक मास के आखिरी दिन अगर आप यह उपाय करते हैं तो पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने बताया है कि सावन अधिक मास का आखरी दिन वह होता हैं जिस दिन भगवान शिव जी के मंदिर में 33 कोटि देवी देवता शिवलिंग के पास में आकर अपनी धन और दौलत लुटाते हैं।
इसीलिए अगर इस दिन आप भगवान शिव जी के मंदिर जाकर उनकी पूजा अर्चना करते हैं तो भगवान शिव जी और 33 कोटि देवी देवता आप से प्रसन्न होकर आप पर भी बहुत सारा धन लुटा देंगे।
यह उपाय कब-कब कर सकते हैं?
यह उपाय सिर्फ सावन अधिक मास के आखिरी दिन करना है जिस दिन के बाद से वापस सावन शुरू हो रहा हैं। इसके अलावा कभी इस उपाय को नहीं करना है।
इस उपाय को करने से क्या होगा?
जब आप इस उपाय को सावन अधिक मास के आखिरी दिन पर करेंगे तो आप ही घर में धन और दौलत की कभी भी कमी नहीं आएगी।
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यह उपाय पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने अपनी तीसरे दिन की तब शिव महापुराण कथा में बताया है। इस उपाय को सिर्फ सावन में पढ़ने वाले अधिक मास के आखिरी दिन पर ही करना है इसके अलावा और कभी नहीं करना हैं।
अगर आपको इस उपाय को करने में कोई भी समस्या आती है या आपको कोई प्रश्न है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
धन्यवाद
Kya proof h ki jo tarika btaye h pandit ji wahi sahi h?