नमस्कार दोस्तों जैसा कि आप सभी लोग जानते हो कि अयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी 2024 को राम जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस उपलक्ष में अयोध्या राम मंदिर से पीले चावल पूरे भारतवासियों के घर पर पहुंच गए हैं। अब बहुत सारे लोगों के मन में यही सवाल है कि अयोध्या से आए हुए पीले चावल का हम क्या करें। इसके साथ ही मोदी जी ने इस दिन राम ज्योति जलाने का भी निवेदन किया है, साथ ही में 5 दीपक अलग से भी जलाने का निवेदन किया है तो काफी सारे लोग इन बातों में बहुत ज्यादा कंफ्यूज हो रहे हैं तो आप की यह कंफ्यूजन आज हम सुलझा देंगे।
अयोध्या राम मंदिर के पीले चावल का क्या करें
आप सभी लोग जानते हैं कि सभी लोगों के घर पर अयोध्या राम मंदिर से पीले चावल पहुंच गए हैं। जिन लोगों के घर पर यह पीले चावल पहुंच गए हैं तो आप बहुत ही भाग्यशाली है क्योंकि यह पीले चावल के रूप में स्वयं भगवान राम का आशीर्वाद उनके पास है स्वयं भगवान राम उनके घर पर विराजित हुए हैं। इसलिए इन पीले चावलों को आप अपने घर में ही संभाल कर रखें जब तक आप उनकी पूजन ना कर ले और जब तक 22 जनवरी को अयोध्या में राम जी की प्राण प्रतिष्ठा ना हो जाए। जब तक के लिए आप उन्हें अपने घर में किसी भी शुद्ध स्थान पर या अपने पूजन वाले स्थान पर रख सकते हैं।
जैसे ही आप इन पीले चावलों की पूजन कर लेते हैं राम जी की प्राण प्रतिष्ठा हो जाती है उसके बाद में आप इन पीले चावलों को ऐसी जगह पर रख सकते हैं जहां से आपके घर में सुख समृद्धि आती हो जैसे कि आपके घर में जहां पर आप पैसा रखते हैं वहां पर कुछ पीले चावल के दाने रख सकते हैं, कुछ पीले चावल के दाने अपने घर के रसोई घर में रख सकते हैं, कुछ पीले चावल के दाने अपने घर के भंडार में रख सकते हैं इसी तरीके से अब बाकी के बचे हुए चावल को अपने घर के मंदिर में सुरक्षित रख सकते हैं।
राम ज्योति कैसे जलाएं
आप सभी लोग जानते हैं कि मोदी जी ने सभी भारतवासियों से निवेदन किया है कि 22 जनवरी को राम मंदिर में राम जी की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष में आप सभी लोग अपने घर में राम ज्योति को जरूर जलाएं। अब लोगों के मन में यह भी सवाल आ रहा है कि यह राम ज्योति होती क्या है, तो हम आपको बता दें राम ज्योति एक ऐसी ज्योति है या दीपक है जो कि सिर्फ और सिर्फ 22 जनवरी को भगवान राम जी की प्राण प्रतिष्ठा के लिए राम जी के लिए हम घर में जलाएंगे।
राम ज्योति बनाने के लिए आप लोगों को इस दिन एक मिट्टी का दीपक लेना है उसके अंदर गोल बाती रखना है और उसके अंदर शुद्ध देसी गाय का घी डालना है और उस दीपक को 22 जनवरी को रात्रि के समय भगवान राम जी के लिए आपको जलाना है तो इसे राम ज्योति का दीपक कहा जाता है।
5 दीपक कौन से ले
आप सभी लोग जानते हैं कि राम मंदिर की तरफ से राम ज्योति के अलावा पांच दीपक जलाने का भी आवाहन किया गया है। अब यह पांच जो दीपक आप जलाएंगे यह अपने घर को रोशन करने के लिए जलाएंगे। आपका राम ज्योति का दीपक अलग रहेगा और पांच दीपक अलग रहेंगे। अब यह जो आप पांच दीपक लेने वाले हैं यह भी मिट्टी के होंगे। इसके बाद में इनके अंदर जो आप बाती रखेंगे वह लंबी बातें रखेंगे, साथ ही में आप इसके अंदर शुद्ध देसी गाय का घी भी डाल सकते हैं, सरसों का तेल भी डाल सकते हैं या आप जिस भी तेल से अपने घर में दीपक जलाते हैं उसे तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
5 दीपक कहां-कहां जलाएं
अब अपने अपने यह जो पांच दीपक तैयार किए हैं इनको आपको 22 जनवरी की रात में पूजन के समय जलाकर तैयार कर लेने हैं और जैसे ही आपकी रात्रि की पूजन हो जाए तो आपको इन पांचो दीपकों को पांच अलग-अलग जगह पर रखना हैं।
आप इन पांचो दीपकों को जिस जिस स्थान पर रखें। उससे पहले उसे स्थान पर आप कुछ चावल के दाने रख दें या कुछ फूलों की पंखुड़ियां रख दें, सीधा जमीन पर अपने दीपक को न रखें।
इसके बाद में सबसे पहले दीपक आप अपने घर के मंदिर में ही जलाएंगे जहां पर आपके घर में भगवान विराजित है।
दूसरा दीपक आप अपने घर के रसोई घर में जाकर दूसरा दीपक आप अपने घर के रसोई घर में जाकर जलाएंगे।
तीसरा दीपक आप अपने घर की तुलसी मैया के लिए जलाएंगे।
चौथा और पांचवा दीपक आप अपने घर के मुख्य द्वार की दोनों तरफ एक-एक रख देंगे।
राम जी की पूजन के लिए क्या भोग बनाएं
अगर आप अपने घर पर रामजी की पूजन कर रहे हैं तो आप लोग को शुद्ध देसी गाय के दूध से बनी हुई कोई सामग्री बनाना चाहिए जैसे कि चावल की खीर इसके अलावा आप हलवा भी बना सकते हैं।
राम जी की पूजन विधि
आप सभी लोगों को 22 जनवरी के दिन रात्रि में यह पूजन करनी है। अयोध्या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा दोपहर 12:00 के लगभग हो जाएगी। आपको अपनी घर की पूजा रात्रि में ही करनी है और साथ ही में अपनी राम ज्योति और पांच दीपक भी रात्रि में ही तैयार करने हैं।
रात्रि में आप अपनी पूजन वाले स्थान पर अपने वह पीले चावल रख सकते हैं जो आपके घर पर अयोध्या से आए हुए हैं या फिर आप भगवान राम जी की तस्वीर भी रख सकते हैं जिसमें सीता मैया और लक्ष्मण भी हो। इसके बाद में आप उनका तिलक कर सकते हैं उनको चावल फुल समर्पित कर सकते हैं और आपने उनके लिए भोग तैयार किया हो वह भोग भगवान के सामने रख दीजिए।
पांच दीपक पूजन शुरू होते ही जला दीजिए इसके बाद ही अपनी पूजे शुरु कीजिए। उसके बाद में जैसे ही आपकी पूजन हो जाए तो उसके बाद में आप लोगों को भगवान से प्रार्थना करना है, उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना है और उसके बाद अपने पांचो दीपकों को पांच अलग-अलग स्थान पर रखकर आना है।
इसी के साथ में आपकी पूजन पूरी हो जाती है और इसके साथी आप आतिशबाजी भी कर सकते हैं और अपने घर को रौशन करने के लिए रंग बिरंगी लाइटें भी लगा सकते हैं।
पूजन के बाद क्या करें
आप जैसे ही आपकी पूजन पूरी हो जाती है तो आपको वह पीले चावल और राम जोति को कुछ भी नहीं करना है। पूरी रात उन्हें वैसे ही रखें रहने देना है। अगली सुबह आपको अपने वह पीले चावल को उठाना है अब आप अपने इन पीले चावलों को किसी भी शुद्ध स्थान पर रख सकते हैं क्योंकि चावल का एक नाम अक्षत होता है और अक्षत का मतलब होता है कि यह अक्षत जिस जगह पर जाते है। वह जगह को कभी खाली नहीं होने देता है इसलिए इन पीले चावलों को भगवान का आशीर्वाद स्वरुप समझकर अपने घर की तिजोरी में अपनी घर की रसोई सर में जन्य जगहों पर रख सकते हैं।
इसी के साथ में हमारी पूजन विधि पूर्ण हो जाती है अगर आपको इस पूजन विधि को समझने में कोई भी दिक्कत समस्या परेशानी आती है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
जय श्री राम