Dhol Gyaras Kab Hai 2024 | जल झूलनी एकादशी, परिवर्तनीय एकादशी कब है? Dol gyaras 2024 september

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Dhol Gyaras 2024: नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते हैं कि गणेश चतुर्थी के दिनों में ढोल ग्यारस का दिन आता है जो कि इस बार भी आने वाला है और इस बार आप सभी लोग यह बात जरूर जानना चाहते होंगे कि ढोल ग्यारस इस बार किस तारीख को पड़ रही है और ढोल ग्यारस के दिन हमें क्या करना चाहिए और ढोल ग्यारस का दिन क्यों मनाया जाता है और इसी से जुड़ी हुई बहुत सारी बातें आपको इस लेख में मिलने वाली है।

ढोल ग्यारस कब है

इस बार ढोल ग्यारस 14 सितंबर 2024 शनिवार के दिन मनाई जाएगी। मान्यताओं के अनुसार ढोल ग्यारस का दिन भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है जिसे हम परिवर्तनीय एकादशी, जलझूलनी एकादशी, वामन एकादशी और ढोल ग्यारस के नाम से जानते हैं।

Dhol Gyaras Kab Hai 2024 Date and Time

मान्यताओं के अनुसार भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को ढोल ग्यारस या परिवर्तनी एकादशी मनाई जाती है और इस बार एकादशी तिथि 13 सितंबर को रात 10:30 मिनट से शुरू होगी जो की 14 सितंबर शनिवार को रात 08:41 मिनट तक रहेगी। उदया तिथि के अनुसार ढोल ग्यारस या परिवर्तनी एकादशी14 सितंबर दिन शनिवार को मनाई जाएगी। 

ढोल ग्यारस को किन नामो से जाना जाता है

ढोल ग्यारस को परिवर्तनी एकादशी, जलझूलनी एकादशी, वामन एकादशी और ढोल ग्यारस के नाम से जाना जाता है।

परिवर्तनी एकादशी का मतलब क्या है

परिवर्तनीय एकादशी का मतलब यह है कि इस दिन भगवान विष्णु जी क्षीरसागर में शयन करते हुए करवट बदलते हैं।

जलझूलनी एकादशी का मतलब क्या है

जलचूली एकादशी का मतलब यह है कि इस दिन भगवान विष्णु जी जल में झूलते हुए प्रतीकात्मक रूप से स्नान करते हैं।

वामन एकादशी का मतलब क्या है

वामन एकादशी का मतलब यह है कि भगवान विष्णु जी के वामन अवतार से जुड़ा हुआ यह नाम है जब उन्होंने राजा बलि से उनका राज्य वापस लिया था। 

ढोल ग्यारस का मतलब क्या है

इस दिन भगवान श्री कृष्ण जी के बाल रूप बालमुकुंद जी को ढोल में विराजमान करके उनकी शोभायात्रा निकाली जाती है और अलग-अलग जगह ढोल ग्यारस की अलग-अलग मान्यता है।

भगवान गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन कब करें

ढोल ग्यारस का ही वह दिन होता है जिस समय गणेश चतुर्थी चल रही होती है और इस दिन काफी सारे लोग गणेश जी का विसर्जन भी करते हैं जो गणेश जी लोगों ने अपने घर में विराजित किए हुए होते हैं और कई बड़ी झांकियो का भी इस दिन विसर्जन होता है।

हम आशा करते हैं कि आपको ढोल ग्यारस से जुड़ी हुई सारी जानकारी मिल गई होगी। अगर आपके मन में भी कोई प्रश्न है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।

धन्यवाद

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