नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते हैं कि इस बार सावन के महीने में अधिक मास पड़ रहा हैं और सावन के महीने के बीचो बीच में अधिक मास पड़ रहा हैं जिसका बहुत ही बड़ा और विशेष महत्व होता हैं।
यह अधिक मास 3 साल में एक बार पड़ता हैं जो कि इस बार सावन के महीने में पढ़ रहा हैं इसीलिए इस बार सावन पूरे 2 महीने का पड़ रहा हैं।
आज इस लेख में हम आप लोगों को अधिक मास के कुछ नियम और उपाय बताने वाले हैं जिनको आप करके अपने जीवन में बहुत सारी खुशियों को प्राप्त कर सकते हैं।
अधिक मास कब से कब तक हैं?
इस बार अधिक मास 18 जुलाई 2023 से शुरू होगा और 16 अगस्त 2023 तक चलने वाला हैं।
अधिक मास में कौन से काम करने चाहिए?
अधिक मास में आप लोगों को दान और पुण्य करना चाहिए। इस अधिक मास के महीने में आप भगवान विष्णु के नाम का जाप करना चाहिए उनका एक प्रसिद्ध मंत्र ओम नमो भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का भी जाप करना चाहिए।
अधिक मास को किन-किन नामों से जाना जाता हैं?
इस अधिक मास को मलमास, पुरुषोत्तम मास जैसे नामों से जाना जाता हैं।
अधिक मास के नियम
अधिक मास के नियम को जिस प्रकार से हैं।
- अधिक मास में आपको रोज प्रातः का सुबह उठकर स्नान कर लेना चाहिए।
- अधिक मास में आपको भगवान विष्णु के नाम का जाप करना चाहिए।
- अधिक मास में आपको शुद्ध और सात्विक भोजन करना चाहिए।
- अधिक मास में आपको झूठ नहीं बोलना चाहिए।
- अधिक मास में आपको किसी के लिए बुरा नहीं सोचना चाहिए।
- अधिक मास में आपको दान करना चाहिए।
- अधिक मास में एक समय भोजन करना अच्छा माना गया हैं।
- अधिक मास में आप रोज अपने घर के मुख्य द्वार पर एक दीपक लगा सकते हैं।
अधिक मास में कौन से कार्य नहीं करना चाहिए?
- अधिक मास में शादी विवाह नहीं करना चाहिए।
- मुंडन संस्कार एवं गृह प्रवेश सभी कार्य वर्जित होते हैं।
- अधिक मास में कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता हैं।
- अधिक मास में आप कोई नई प्रॉपर्टी ना खरीदें कोई नया बिजनेस शुरू ना करें।
- कुआ बावड़ी तालाब या बाग बगीचे लगाने की शुरुआत नहीं करना चाहिए।
अधिक मास में कौन सा उपाय करें?
अधिक मास में आपको एक बहुत ही बड़ा और विशेष उपाय करना चाहिए जिस उपाय को करने से आपके घर में धन संपदा की कभी कमी नहीं आती बल्कि बढ़ती ही जाती हैं।
इस उपाय को आपको अधिक मास के पांचवे दिन करना है मतलब 18 जुलाई से अधिक मास शुरू होगा और 22 जुलाई को अधिक मास का पांचवा दिन या पंचमी तिथि लग रही हैं तो उसी दिन आपको यह उपाय करना हैं।
इस उपाय में आपको अधिक मास के पांचवे दिन प्रातः काल सुबह सुबह उठकर स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनकर अपने घर की तुलसी जी के पास आ जाना हैं।
इस उपाय में आपको गन्ने के रस की आवश्यकता होगी इसीलिए आप चाहे तो उसी दिन सुबह-सुबह गन्ने का रस निकलवा कर ला सकते हैं अन्यथा एक दिन पहले गन्ने का रस आप निकलवा कर रख सकते हैं।
अब आपको तुलसी जी के पास में खड़े होकर अपने सीधे हाथ की हथेली में थोड़ा-थोड़ा गन्ने का रस 7 बार लेना हैं और अपना नाम और गोत्र बोलकर इसे तुलसी के क्यारे में समर्पित करना हैं।
उदाहरण के लिए सबसे पहले आपको अपने पात्र को अपने उल्टे हाथ में उठाकर अपने सीधे हाथ की हथेली में थोड़ा सा गन्ने का रस डालना हैं फिर अपना नाम और अपना गोत्र बोलना हैं फिर सीधे हाथ की हथेली में जो आपने थोड़ा सा गन्ने का रस लिया है इसको तुलसी जी में समर्पित कर देना हैं।
यही क्रिया आपको 7 बार अलग-अलग दोहरानी हैं और उपाय को पूर्ण कर लेना हैं।
इस उपाय को करने के बाद आपके घर में कभी भी धनसंपदा की कमी नहीं आएगी।
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हमने आपको जो जानकारी दी हैं वह सिर्फ अधिक मास से जुड़ी हुई हैं और जो उपाय हमने आपको अधिक मास के पांचवें दिन करने के लिए बताया हैं यह सिर्फ इसी दिन करना हैं इसके अलावा किसी और दिन नहीं करना हैं।
अगर आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी में कुछ समझ नहीं आता हैं तो आप हमसे कमेंट करके भी पूछ सकते हैं और उपाय में अगर आपको कोई बात समझ नहीं आई हैं तो उसे भी आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
धन्यवाद