नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते होंगे कि शिवजी की जो शिवलिंग होती है उस शिवलिंग के ऊपर शिव जी का पूरा परिवार विराजमान रहता है पर क्या आपको पता है कि कौन से सदस्य का स्थान कौन से स्थान पर है। अगर नहीं पता तो आज की जानकारी में हम आपको शिव जी की शिवलिंग के ऊपर शिव जी के परिवार के कौन-कौन से सदस्य का स्थान है यह सारी जानकारी देंगे।
हम आपको शिवलिंग में शिव जी के परिवार के जो मुख्य सदस्य हैं सिर्फ उनका स्थान शिव जी के ऊपर बताएंगे।
सबसे पहले ऊपर आप एक शिवलिंग का दर्शन कर सकते हैं।
सबसे पहले शिवलिंग होती है जो कि शिवजी का स्वरूप होता हैं।
उसके बाद में शिव जी की शिवलिंग जिस चीज के ऊपर रखी हुई होती है उसे हम कहते हैं माता पार्वती जी का हस्त कमल इसी के ऊपर शिवलिंग रखा होता हैं।
अब जो स्थान आता है वह शिवजी की सबसे छोटी बेटी का स्थान आता है। माता अशोक सुंदरी जोकि शिवजी की सबसे छोटी बेटी हैं उनका स्थान जलाधारी के बिल्कुल बीचो-बीच होता हैं।
अब हम आपको शिवलिंग के ऊपर जो गणेश जी का स्थान होता है उसके बारे में बताएंगे। शिवलिंग की जलाधारी के सीधे भाग में गणेश जी का स्थान होता है।
अब हम आपको शिवलिंग के ऊपर जो कार्तिकेय जी का स्थान होता है उसके बारे में बताएंगे। शिवलिंग की जलाधारी के उलटे भाग में कार्तिकेय जी का स्थान होता है।
अब हम आपको बताएंगे शिवजी की 5 बेटियों का स्थान। आपने देखा होगा शिवलिंग के ऊपर एक जल पात्र या जलाधारी टंगी हुई होती है जिसमें से बूंद-बूंद करके जल शिवलिंग के ऊपर टपकता हैं। उस जल पात्र के अंदर ही शिवजी की इन पांच बेटियों का स्थान होता हैं।
तो दोस्तों जो स्थान हमने आपको बताए हैं वह शिव जी का स्थान, माता पार्वती जी का स्थान, माता अशोक सुंदरी जी का स्थान, गणेश जी का स्थान, कार्तिकेय जी का स्थान और शिव जी की 5 बेटियों का स्थान।
यही मुख्य शिव जी के परिवार के सदस्यों के स्थान हैं और यह आप लोगों को पता होना चाहिए कि शिव जी की शिवलिंग पर किस भाग में किस सदस्य का स्थान है।
अगर आपको शिव जी के परिवार के किसी सदस्य की पूजन करनी है तो आपको अलग कहीं पर जाने की जरूरत नहीं हैं। आप शिव जी की शिवलिंग में ही शिव जी के पूरे परिवार को देख सकते हैं और वहीं पर पूजन भी कर सकते हैं।
अगर आपके मन में कोई प्रश्न है आपको कोई बात समझ नहीं आई है तो उसे आप उनसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
Mera putr sarab pity Hain abm muj kafi karj kaisy es say mukti melay ge Kaya upay kary