मकर संक्रांति को 14 दीपक वाला उपाय से जिंदगी बदल जाएगी | Makar Sankranti Upay
मकर संक्रांति को 14 दीपक वाला उपाय करने से पूरी जिंदगी बदल जाएगी, मकर संक्रांति के दिन चौधरी उद्यान कहां करें, 14 दीपक कहां जलाएं।
मकर संक्रांति को 14 दीपक वाला उपाय करने से पूरी जिंदगी बदल जाएगी, मकर संक्रांति के दिन चौधरी उद्यान कहां करें, 14 दीपक कहां जलाएं।
हमारे हिंदू धर्म में अनेक ऐसे त्योहार हैं जिनका अपना ही एक अलग महत्व माना गया है किसी भी धर्म में सबसे ज्यादा त्यौहार मनाने का प्रचलन नहीं है जितना हमारे हिंदू धर्म में है, हमारे धर्म के त्यौहार नव वर्ष के साथ ही शुरू हो जाते है। मकर संक्रांति हमारे धर्म का मुख्य त्यौहार होता है इस दिन महा पुण्य काल में गंगा स्नान का बड़ा ही महत्व माना गया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार संक्रांति के दिन नहाने का बड़ा महत्व होता है, क्योंकि इस दिन पुण्य काल में गंगा स्नान करना स्वर्ग में स्नान करने के समान माना गया है।
हमारे हिंदू धर्म में काफी सारे ऐसे त्योहार हैं जिन्हें मनाने की परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है, उन प्रमुख त्योहारों में एक मकर संक्रांति का त्यौहार भी है जो नव वर्ष शुरू होते ही मनाया जाता है। मकर संक्रांति का त्योहार हर साल 15 जनवरी के दिन मनाया जाता है, हमारे शास्त्रों के अनुसार इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का महत्व सर्वाधिक माना जाता है इसके अलावा दान, पुण्य, पूजन का भी विशेष व महत्व माना गया है।
जैसा कि आप सभी जानते हैं हमारे हिंदू धर्म में हर महीने 2 पक्ष आते हैं एक कृष्ण पक्ष दूसरा शुक्ल पक्ष, दोनों पक्षों में हर महीने अमावस्या आती है इस प्रकार महीने में 2 अमावस्या पड़ती हैं। अमावस्या का दिन बहुत ही शक्तिशाली माना जाता है, चंद्रमा हमारी पृथ्वी का पूरा चक्कर 28 दिनों के अंतराल में करता है 15 दिन के अंतराल से चंद्रमा पृथ्वी की दूसरी तरफ होता है जिसे भारत से उसको देखा नहीं जाता।
जैसा कि आप सभी को ज्ञात है हमारे हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का सर्वाधिक महत्व माना गया है, जिसे भगवान विष्णु को समर्पित तिथि माना जाता है। एकादशी का व्रत करने से जातक के जीवन में भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी की कृपा भी सदैव बनी रहती है। अभी हाल ही में ईसाई नव वर्ष शुरू हुआ है और नव वर्ष की पहली एकादशी 7 जनवरी 2024 को है जिसे सफला एकादशी के नाम से जाना जाता है।
जैसा कि आप सभी को पता है अंग्रेजी नए वर्ष 2024 की शुरुआत हो चुकी है, हालांकि हमारे सनातन धर्म में नए वर्ष की शुरुआत चैत्र नवरात्रि गुड़ी पड़वा से शुरू होती है। लेकिन ईसाई नव वर्ष एक ऐसा नव वर्ष है जिसके शुरू होते ही हमारे हिंदू त्यौहार आते हैं। सनातन धर्म में इतने त्योहार होते हैं जो पूरे वर्ष तक चलते हैं, जनवरी से शुरू होकर दिसंबर तक मनाए जाते हैं। नया साल शुरू होते ही सभी लोगों के मन में एक जिज्ञासा बनी रहती है कि अब आने वाले नए साल में कौन सा त्यौहार किस दिन होगा।