सकट चौथ कब है, सकट चौथ को क्या करना चाहिए । Sakat Chauth Kab Hai 2024

सकट चौथ माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है इस व्रत को विशेष तौर पर स्त्रियां अपने संतान की दीर्घायु और उनकी सफलता के लिए करती हैं। मान्यता के अनुसार उसे दिन व्रत करने से संतान को रिद्धि सिद्धि की प्राप्ति होती है तथा उनके जीवन में आने वाली सभी विघ्न और बाधाएं भगवान गणेश जी द्वारा दूर कर दी जाती हैं। सकट चौथ के दिन घर की स्त्रियां पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को भगवान गणेश की पूजा तथा चंद्र देव को अर्घ्य देने के बाद ही जल ग्रहण करती हैं।

2024 Mein Basant Panchami Kab Hai । बसंत पंचमी कब है, बसंत पंचमी पर क्या करना चाहिए

हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है, बसंत पंचमी के बाद ही वसंत ऋतु का आगमन होता है। बसंत पंचमी के त्यौहार का हिंदू धर्म में एक विशेष में महत्व माना जाता है इस दिन विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा आराधना की जाती है। कई जगह इसे सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है इस दिन विशेष कर पीले वस्त्र को पहनने का महत्व दिया गया है।

पुत्रदा एकादशी कब मनाई जाएगी, पुत्रदा एकादशी का व्रत कैसे करना चाहिए | Putrada Ekadashi Kya Hai 2024

हमारे हिंदू धर्म मैंने एकादशी का बहुत देखना है तो मना जाता है जाता है एकादशी मनुष्य के जीवन से समस्त पापा का नाश करने के लिए मानी जाती है। प्रत्येक माह  में दो बार एकादशी पड़ती है, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनो पक्षों में एक एक एकादशी आती है। पौष माह के शुक्ल पक्ष में पढ़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है।

2024 में कुल कितने ग्रहण है | Surya grahan and Chandra grahan date and time, 2024 grahan list 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हिंदू धर्म में सूर्य एवं चंद्र ग्रहण का बहुत महत्व माना जाता है माना जाता है कि इस दौरान हमें पूजा पाठ और कोई भी शुभ काम कार्य नहीं करना चाहिए यदि हम इस दौरान कोई भी शुभ कार्य या पूजा पाठ करते हैं। तो इसका प्रभाव हमारे शारीरिक और मानसिक सेहत पर पड़ता है ज्योतिषों के अनुसार ग्रहण के समय राहु के नकारात्मक प्रभाव धरती पर बढ़ जाते हैं इसलिए एक में हम आपको बताने वाले हैं 2024 में आने वाले ग्रहणों के बारे में तथा उनके समय और वह कहां-कहां देखे जाएंगे। 

Lohri Kab Manaya Jata Hai | लोहड़ी के त्योहार पर क्या होता है

माघ संक्रांति से पहली रात सूर्यास्त के बाद पौष मास के अंतिम दिन को सिक्ख धर्म में लोहड़ी पर्व कहते हैं। यह सिख धर्म का एक विशेष त्यौहार है जिसे प्राय 13 जनवरी या 14 जनवरी आसपास मनाया जाता है। इस वर्ष लोहड़ी का त्यौहार 14 जनवरी 2024 दिन रविवार को मनाया जाएगा। इस पर्व को मुख्य रूप से पंजाब का पर्व माना जाता है। भारत के अलग-अलग शहरों में मकर संक्रांति के दिन और उसके आसपास के दिनों में कई त्योहार मनाए जाते हैं जो मकर संक्रांति के ही दूसरे रूप हैं।

Pongal Festival Kya Hai, pongal kyo manate hai | पोंगल कब मनाया जाएगा 2024

आज हम बात करेंगे पोंगल के बारे में पोंगल एक दक्षिण भारत के सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है यह मुख्य रूप से तमिलनाडु आंध्र प्रदेश कर्नाटक और केरल में मनाया जाता है। पोंगल को दक्षिण भारत के लोगों में नए साल के रूप में मनाया जाता है, जिस समय उत्तर भारत में मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाता है, ठीक उसी समय दक्षिण भारत में पोंगल का पर्व मनाया जाता है।

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