मकर संक्रांति को 14 दीपक वाला उपाय से जिंदगी बदल जाएगी | Makar Sankranti Upay

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श्री शिवाय नमस्तुभ्यं दोस्तों

आप सभी लोगों को मकर संक्रांति की बहुत-बहुत हार्दिक शुभकामनाएं।

आप सभी लोग जानते हैं कि 2024 साल की मकर संक्रांति इस बार 15 जनवरी 2024 के दिन पड़ रही है और इस मकर संक्रांति का सबसे विशेष और महत्वपूर्ण हिस्सा यह है कि इस बार की जो मकर संक्रांति है वह सोमवार के दिन पड़ रही है तो इसीलिए इस मकर संक्रांति को हम सोमवार मकर संक्रांति का सकते हैं और इसका महत्व भी बहुत ही ज्यादा बढ़ जाता है क्योंकि सोमवार के दिन भगवान शिव जी का बहुत ही प्रिय दिन होता है और इसी दिन मकर संक्रांति पड़ रही है तो इस दिन का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ गया है।

आप सभी लोगों में से बहुत सारे लोग इस दिन 14 दीपक वाला उपाय करने वाले होंगे। इसके लिए आपको कुछ बातें समझ नहीं आई होगी और साथ ही में इस 14 दीपक वाले उपाय को हम 14 दीपदान के नाम से भी जानते हैं तो इस लेख में आप लोगों को इस उपाय के बारे में पूरा समझा दिया जाएगा और आप इस उपाय को अच्छे से कर सकते हो और इस उपाय का फल भी ले सकते हो।

Makar Sankranti 2024

मकर संक्रांति के दिन 14 चीजों का विशेष महत्व होता है किसी भी प्रकार के अगर आप 14 चीज मकर संक्रांति के दिन दान करते हैं तो इसका आपको विशेष फल मिलता है तो यह बात भी आप सभी लोग जानते हैं कि 14 दीपदान भी होता है तो मकर संक्रांति को आप 14 दीपक वाला उपाय जरूर करें।

14 दीपक वाला उपाय कब करना है

मकर संक्रांति के दिन किया जाने वाला 14 दीपक वाला उपाय आपको सिर्फ मकर संक्रांति के दिन ही करना है इसके अलावा यह उपाय किसी और दिन नहीं होगा।

14 दीपक वाला उपाय किसको करना है

14 दीपक वाला उपाय घर की माता बहनों को करना है जो घर में बड़ी माताएं बहने होगी वह यह 14 दीपक वाला उपाय कर सकती हैं।

14 दीपक वाला उपाय किस समय करना है

मकर संक्रांति के दिन 14 दीपक वाला उपाय आपको सुबह के समय करना चाहिए पर इस उपाय को आप पूरे दिन में कभी भी कर सकते हैं। सबसे जो सही समय है वह सुबह का समय है उसके बाद में प्रदोष काल या शाम के समय भी आप यह उपाय कर सकते हैं और पूरे दिन भर में आप कभी भी यह वाला उपाय कर सकते हैं।

14 दीपक किस चीज के लेने है

आप मकर संक्रांति के दिन 14 दीपक वाला उपाय कर रहे हैं तो आप लोगों को मुख्यतः मिट्टी के दीपक लेने हैं पर अगर मिट्टी के नए दीपक ना हो तो आप पुराने दीपकों को साफ करके भी प्रयोग में ले सकते हैं। उसके बाद में अगर आपके पास मिट्टी के दीपक है ही नहीं तो उस जगह पर आप आटे के दीपक तैयार कर सकते हो। उस आटे के अंदर कोई नमक या कुछ नहीं मिलना है सीधा आटे को लेकर उससे 14 दीपक आटे के दीपक तैयार कर लेना है।

14 दीपक में कौन सी बातें रखनी है

14 दीपकों के अंदर आपको लंबी बाती रखनी है क्योंकि दोस्तों इस 14 दीपक वाले उपाय में हमें 14 अलग-अलग जगह पर यह दीपक जलाते हैं पर कुछ जगहों पर गोल बाती ही लगती है तो कुछ जगहों पर लंबी बाती लगती है पर अगर हम उपाय कर रहे हैं तो हम अलग-अलग बाती के दीप नहीं जला सकते है। हमें एक ही बाती लगानी पड़ेगी तो सबसे ज्यादा लंबी बातें के दीप यहां पर लगने वाले है इसलिए हम 14 लंबी बाती के दीपक को तैयार करके 14 दीपों के अंदर 1-1 रख देंगे।

14 दीपक को में कौन सा तेल डालना है

14 दीपक तैयार करने के बाद उनमें लंबी बाती रखने के बाद अब बारी आती है उनमें तेल डालने की तो यहां पर हम आपको बता दें कि इसमें आप तीन तरीके का तेल डाल सकते हो। सबसे पहले अगर आपके पास तिल्ली का तेल रखा हुआ है तो आप इन 14 दीपक के अंदर तिल्ली का तेल डाल सकते हो पर इसके अलावा आप सरसों का तेल भी डाल सकते हो और घी भी डाल सकते हो। अगर सरसों का तेल और घी डाल रहे हो तो कुछ काली तेल के दाने आप इन दीपकों के अंदर डाल देना। अगर तिल्ली का तेल ले रहे हो तो फिर आपको काले तिल के दाने डालने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

14 दीपकों के अंदर एक ही तरीके का तेल डलेगा। अब आपकी मर्जी है कि आपके पास कौन सा आसानी से मिल जाएगा वह तेल आप इस उपाय में प्रयोग कर सकते हैं।

14 दीपक वाले उपाय की विधि

जब आपके 14 दीपक बनकर तैयार हो जाते हैं तो उसके बाद में 14 दीपकों को आप किसी एक बड़ी सी थाली में रख लीजिए। उसके बाद में आप जिस भी समय आप इस उपाय को मकर संक्रांति के दिन कर रहे हो तो उस समय आप इस थाली को सबसे पहले अपने घर के मंदिर में लेकर जाइए जहां पर आपके भगवान जी विराजित है। वहां पर जाकर आपको सबसे पहले भगवान के सामने ही अपने दीपक को जला लेना है।

अभी आप शुरुआत में 4 से 5 दीपक जला दें क्योंकि यह दीपक आप घर में रखेंगे पर इसके बाद के जो दीपक है वह बाहर रखेंगे। जिसकी वजह से आप इन दीपकों को लगातार इतनी दूर जलाकर नहीं ले जा सकती इसलिए बाकी के दीपक आप उनके स्थान पर जाकर ही जला सकते हैं।

जैसे ही आप दीपकों को जला लेते हैं तो सभी दीपकों का आप तिलक भी कर सकते हैं साथ ही में थोड़ा सा शुद्ध जल लेकर थाली के गोलम गोल एक बार घुमा देना है।

उसके बाद में आप यह 14 दीपक जहां पर भी रखने वाले हैं वहां पर इन दीपकों को रखने से पहले आपको कुछ सामग्री जरूर रखनी है जैसे कि कुछ चावल के दाने या कुछ गेहूं के दाने या कुछ फूलों की पंखुड़ियां इसलिए जो भी आपके पास हो वह चीज अपने पास में जरूर रखना क्योंकि दीपक को खाली सीधा नीचे नहीं रखा जाता है।

14 दीपक को कहां-कहां पर रखना है

जैसे ही आपकी पूजन की थाली आप अपने घर के मंदिर में जलकर तैयार कर लेते हैं उसके बाद में अब आपको यह 14 दीपक 14 अलग-अलग जगह पर जलते हैं जो हम आपको बताते हैं।

  1. पहले दीपक आप अपने घर के मंदिर में ही जलाएंगे जहां पर आपका लड्डू गोपाल या भगवान जी विराजित है और भगवान से प्रार्थना कर लेंगे।
  2. दूसरा दीपक आप अपनी थाली को साथ में लेकर सीधा अपने घर की तुलसी मैया के पास जाएंगे और दूसरा दीपक वहां पर रख देंगे
  3. तीसरा दीपक आप अपने रसोई घर में रखेंगे जहां पर आप भोजन बनाते हैं।
  4. चौथा दीपक आप अपने पितरों के लिए रखेंगे जिसकी बाती का मुख दक्षिण दिशा की तरफ होना चाहिए या दक्षिण दिशा में आपको यह पितरों वाला दीपक रखना है।
  5. पांचवा दीपक आपको अपने घर की चौखट पर रखना है जो चौखट आपके मुख्य दरवाजे पर बनी हो।
  6. छठवां दीपक आपको किसी भी नदी बावड़ी हुआ तालाब यह सरोवर के पास जाकर जलना है। अगर आप इस छठवें वाले दीपक को कहीं बाहर जाकर नहीं चला सकते तो अपने घर में ही एक थाली लीजिए। उस थाली के अंदर शुद्ध जल भरिए और उसे जल के अंदर थोड़ा सा गंगाजल मिला दीजिए और अपना यह छठवां दीपक इस थाली के अंदर जल के बिल्कुल बीचो-बीच में रख दीजिए।
  7. सातवां दीपक अब आपको अपने घर के पास में जो भी बड़ा वाला बेलपत्री का पेड़ हो वहां पर जाकर जला देना है।
  8. आठवां दीपक अब आपको अपने घर के पास में जो पीपल का पेड़ हो वहां पर जाकर जला देना है।
  9. नवा दीपक आपके घर के पास में जो आवाले का पेड़ हो वहां पर जाकर जला देना है।
  10. दसवां दीपक आपको शमी के पेड़ के नीचे जाकर जला देना है।
  11. 11वां दीपक आपको बड़ या बटवृक्ष के पेड़ के नीचे लगाना है।
  12. 12वां दीपक आपको भगवान शिव जी के मंदिर में जाकर जलना है।
  13. 13वां दीपक आपको किसी भी यज्ञशाला में जाकर जलाना है जहां पर यज्ञ कुंड बना हो या यज्ञ होता हो।
  14. 14वां दीपक आपको गौशाला में जाकर जलाना है जहां पर गाय बधती हो या गाय रहती हो।

यहां पर यह 14 दीपक वाला उपाय पूरा हो जाता है और इन दीपों को जलाते समय इस बात का ध्यान रखें कि आप भगवान से प्रार्थना भी जरूर करें क्योंकि मकर संक्रांति के दिन 14 चीजों का दान करने का विशेष महत्व होता है और जो हम 14 दीपक वाला उपाय कर रहे हैं यह भी 14 दीपदान का ही उपाय है।

मकर संक्रांति के दिन किए गए 14 दिपक वाले उपाय का फल आपको पूरे साल भर मिलता है अगर आपको इस उपाय करने में कोई भी दिक्कत समस्या परेशानी आती है तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं और आप हमारे व्हाट्सएप चैनल को भी ज्वाइन कर सकते हैं जिसका लिंक आपके ऊपर देखा गया होगा।

धन्यवाद

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