मकर संक्रांति के दिन क्या दान करना चाहिए, सकरात पर दीपदान कैसे करे । Makar Sankranti 2024

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हेलो दोस्तों, हमारे हिंदू धर्म में काफी सारे ऐसे त्योहार हैं जिन्हें मनाने की परंपरा प्राचीन काल से ही चली आ रही है, उन प्रमुख त्योहारों में एक मकर संक्रांति का त्यौहार भी है जो नव वर्ष शुरू होते ही मनाया जाता है। मकर संक्रांति का त्योहार हर साल 15 जनवरी के दिन मनाया जाता है, हमारे शास्त्रों के अनुसार इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का महत्व सर्वाधिक माना जाता है इसके अलावा दान, पुण्य, पूजन का भी विशेष व महत्व माना गया है। प्राचीन काल से ही ऐसी मान्यता चली आई है इस दिन किए गए दान का फल सौ गुना होकर वापस मिलता है, जिसके चलते ज्यादा से ज्यादा लोग मकर संक्रांति के दिन दान पुण्य करते हैं। आज हम आपको मकर संक्रांति के दिन क्या दान करना चाहिए। इस विषय में विस्तार पूर्वक जानकारी देने का प्रयास करेंगे इसलिए अंत तक हमारे साथ बने रहिएगा।

नाम मकर संक्रांति
कब है15 जनवरी 2024
तिथि प्रारंभ15 जनवरी सुबह 2 बजकर 45 मिनिट 
सकरात पुण्य कालप्रातः 07 बजकर 15 मिनिट से शाम 06 बजकर 21 मिनिट तक 

मकर संक्रांति के दिन क्या दान करे 

जब भी हिंदू धर्म में कोई त्यौहार आता है तो सबसे ज्यादा लोगों के मन में यही संशय बना होता है, कि हमें इस दिन क्या दान करना चाहिए। वैसे तो दान पुण्य करने का कोई समय नहीं होता और ना ही कोई विशेष स्थिति होती है, व्यक्ति अपने जीवन में जितना ज्यादा दान पुण्य करें व उतना ही काम होता है। मकर संक्रांति के दिन क्या दान करें इस विषय में लोग बहुत ही गंभीरता से विचार करते हैं क्योंकि यह एक ऐसा पवित्र त्यौहार है, जिसमें किए गए दान पुण्य का फल मनुष्य के जीवन में 100 गुना होकर लौटता है। मकर संक्रांति का ही वह पावन पवित्र दिन है जब द्वापर युग के समय भीष्म पितामह ने अपने देह के त्याग करने का निर्णय लिया था, इसके अलावा इस दिन गंगा जी भी भागीरथ के पीछे- चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होती हुई, सागर में जाकर मिली थी। शास्त्रों के अनुसार मकर संक्रांति का त्योहार काफी विशेष माना जाता है, यदि आप सोच रहे हैं संकरात के दिन क्या करें तो हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप विशेष कर मकर संक्रांति के दिन दान कर सकते हैं।

1) काली तिल 

मकर संक्रांत के दिन काले तिल के दान करने का बहुत महत्व माना जाता है, शनि देव के बारे में भला कौन नहीं जानता क्योंकि शनि देव का जो द्रव्य होता है वह काला होता है, ऐसे में यदि आपको शनि देव की कृपा पानी है तो सकरात के दिन आप काले तिल का दान जरूर करें। हालांकि जब भी प्रकृति अपने मौसम के अंतराल में परिवर्तन करती है, तो ऐसे समय काले तिल का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए भी काफी लाभदायक होता है। संक्रांति के दिन आप जरूरतमंद व्यक्ति को काली तिल से बने लड्डू भी दान कर सकते है, या आप मंदिरों में जाकर पुजारी को काली तेल, गुड या उससे बने लड्डू दान कर सकते हैं।

2) पूजा का सामान 

संक्रांत के दिन आप यदि दान करना चाहते हैं तो पूजा का सामान सबसे उत्तम माना जाता है, आप अपने किसी आसपास जरूरतमंद व्यक्ति को पूजा का सामान भेंट कर सकते हैं या मंदिर के किसी पुजारी को भी यह सामान दान में दे सकते हैं। पूजा के समान में आप आसन, कलावा, हल्दी, रोरी, चावल इत्यादि, जैसी वस्तुओं का दान कर सकते हैं। यदि आप किसी एक वस्तु का दान करते हैं तो आप अपने अनुसार दान कर सकते हैं यदि आपने दान करने का संकल्प लिया है तो ऐसे में आपको 3, 5, 7, 11, 14 की संख्याओं में दान करना शुभ माना जाएगा या फिर 1 आसान या 1 कलावा भी दान कर सकते है। 

3) सुहाग का सामान 

सुहाग का सामान मकर संक्रांति के दिन दान करने से व्यक्ति के जीवन में तरक्की के द्वार खुल जाते हैं, क्योंकि हमारे हिंदू धर्म में स्त्री को देवी का रूप माना जाता है, यदि ऐसे में जरूरतमंद महिलाओं को सुहाग के समान का दान करें तो इससे मां लक्ष्मी व्यक्ति से काफी प्रसन्न होती हैं। यदि आपके आसपास कोई भी जरूरतमंद महिला नहीं है, तो आप सुहाग के समान को किसी भी देवी के मंदिर में जाकर दान कर सकते हैं। आप बाजार से पूरा सुहाग का सामान खरीदे और अपने शहर के किसी भी देवी के मंदिर में जाकर वहां यह सामान देवी के सामने अर्पण कर दें। आप मंदिर के पुजारी को भी यह सामान दान में दे सकते हैं।

4) खाने का सामान 

यह तो आप सभी जानते हैं मकर संक्रांत के दिन विशेष कर सभी घरों में खिचड़ी बनाई जाती है तथा अलग-अलग प्रकार के मीठे-मीठे व्यंजन बनाए जाते हैं। ऐसे में यदि आप अपने घर से खाने का सामान किसी भूखे को दान करते हैं या फिर अपने घर पर ही उसे बुलाकर भोजन करते हैं, तो यह भी सबसे उत्तम कार्य माना जाएगा या फिर आप खाने के समान के पैकेट बनाकर जरूरतमंदों में बांट सकते हैं। आप खिचड़ी बनाने की सामग्री को एक पैकेट में तैयार करके जरूरतमंद व्यक्ति को दे सकते हैं या मंदिर में दान कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपने घर से लड्डू बना कर भी जरूरतमंद व्यक्तियों को दान कर सकते हैं, इसके साथ-साथ आप मंदिरों में भी उसे भोग के रूप में अर्पण कर सकते हैं। यदि आप घी या तेल का भी दान करते हैं तो यह भी सबसे उत्तम कार्य माना जाएगा, क्योंकि घी और तेल विशेष कर पूजा के कार्य में शामिल होते हैं। ऐसे में मंदिर में ज्योत के लिए घी या तेल का दान अवश्य कर सकते हैं।

5) गरम कपड़े 

संक्रांत का त्यौहार देश में कड़ाके की ठंड के समय मनाया जाता है, ऐसे में भारत के कई राज्यों में काफी कोर रहता है तो कई राज्यों में बर्फबारी भी होती है। यदि आप सकरात पर गर्म कपड़े दान करें तो यह काफी वंदनीय कार्य माना जाएगा। हमने अक्सर देखा है हमारे घर के आस-पास ऐसे व्यक्ति होते हैं जो ठंड में काफी परेशानी से जीवन यापन करते है, ऐसे में गरीब जरूरतमंद व्यक्ति को यदि आप गर्म कपड़े दान करें जैसे कि कंबल, स्वेटर, रजाई इत्यादि। यदि आप कंबल दान कर रहे हैं तो आपको नीले और काले रंग का ही कंबल दान करना है इसके अलावा अन्य रंग न चुने। यदि नीले और काले रंग का कंबल नहीं मिलता है तो आप रजाई या स्वेटर भी दान कर सकते हैं।

6) वर्तन

संक्रांति के दिन दान किए जाने वाले वस्तु में बर्तनों का नाम भी शामिल होता है, आप जरूरतमंद व्यक्तियों को किसी भी प्रकार के बर्तन का दान कर सकते हैं। आपको इस बात का ध्यान रखना है क्योंकि बर्तन कभी भी किसी को खाली नहीं दिए जाते, ऐसे में यदि आप स्टील के डब्बे दान करते हैं तो उन डिब्बों में आप लड्डू रख सकते है, इसके अलावा आप प्लास्टिक के डिब्बे भी दान कर सकते हैं। इसके अलावा आप कुछ ऐसे बर्तन होते हैं जो पूजा के लिए उपयोग किए जाते हैं उन्हें भी आप जरूरतमंद व्यक्ति को या मंदिर के पुजारी को दान कर सकते हैं। पूजा के लिए यदि बर्तन दान करें तो आप मंदिर में जाकर दे सकते हैं, जिससे वह बर्तन पुजारी उपयोग में ले सकता है।

7) धार्मिक पुस्तक 

मकर संक्रांति के दिन यदि आप धार्मिक पुस्तक का दान करते हैं तो इससे बड़ा और क्या ही होगा, मकर संक्रांति हमारे हिंदू धर्म का मुख्य त्यौहार होता है ऐसे में यदि हमारी ग्रंथ से जुड़ी किसी भी प्रकार की पुस्तक आप दान करते हैं, तो इससे आपको तो लाभ होगा ही साथ में पुस्तक पढ़ने वाले व्यक्ति को भी हमारे धर्म के बारे में जानकारी प्राप्त होगी। धार्मिक पुस्तकों में आप श्रीमद् भागवत गीता, भागवत गीता, श्री मद भगवत पुराण, श्री रामचरितमानस पुस्तक इत्यादि का दान कर सकते हैं।

8) जूते-चप्पल

वैसे तो संक्रांति के दिन दान करने वाली काफी सारी वस्तुएं होती हैं, ऐसे में यदि संक्रांति शनिवार के दिन छोड़कर किसी भी दिन पड़ती है तो आप जूते चप्पल भी दान कर सकते हैं। किसी भी जरूरतमंद व्यक्ति या सड़क किनारे बैठे गरीब वर्ग के लोगों को आप जूते चप्पल दान में दे सकते हैं।

9) गुड का दान

ज्योतिष के अनुसार सकरात के दिन गुड का दान भी अवश्य कर सकते हैं, यदि आप गुड का दान करने में असमर्थ हैं तो गुड से बनी वस्तुओं का दान अवश्य करें। गुड का संबंध गुरु ग्रह से होता है ऐसे में यदि आप संक्रांति के दिन गुड का दान करते हैं तो आपके जीवन से गुरु ग्रह से जुड़ी समस्या समाप्त होगी, साथ में गुरु की स्थिति भी मजबूत होगी। गुरु ग्रह को शिक्षा से जोड़ा जाता है, जिसके चलते छात्रों को अवश्य ही गुड का दान करना चाहिए।

10) साड़ी ब्लाउज

संक्रांति के दिन जरूर महिलाओं को साड़ी का दान भी कर सकते हैं। यदि आप मंदिर में बैठी किसी भी गरीब महिला को साड़ी का दान करते हैं तो इससे देवी की कृपा आपके ऊपर सदैव बनी रहेगी, साड़ी दान करते समय आप या तो उसके साथ दक्षिणा दान कर सकते हैं या सुहाग के समान को भी दान कर सकते हैं। यदि घर की महिलाएं साड़ी दान करती हैं तो ऐसे में भगवान की कृपा से सदैव उनके घर में धन धान्य की वृद्धि होती है।

मकर संक्रांति के दिन दीपदान कैसे करते है 

संक्रांति का दिन विशेष कर स्नान और दान का दिन ही माना जाता है ऐसे में आप में से बहुत से लोग हैं जो सकरात के दिन दीपदान अवश्य करते हैं। यदि आप भी सोच रहे हैं कि इस दिन दीपदान कैसे किया जाता है, तो हम आपको इसकी कुछ प्रक्रिया के बारे में बताएंगे।

  • सबसे पहले आप एक थाली ले, जिसमें आप दीपक रखेंगे।
  • अब आप मिट्टी के नए दीपक ले, जितने दिए आपको दान करने हैं।
  • यदि अपने संकल्प लिया है तो आप 14 दीपदान कर सकते हैं अन्यथा आप अपनी इच्छा अनुसार उतने ही दीप ले, जितने दान करना है।
  • आप पीतल के दिए भी ले सकते हैं या फिर आटे के भी दीपक बना सकते हैं।
  • यदि आप आते के दीपक बना रहे हैं तो उसमें भूलकर भी नमक ना डालें।
  • अब आप दीपक में या तो फूल बत्ती रख सकते हैं या लंबी बत्ती ही रख सकते हैं।
  • इसके बाद आप कौन दीपकों में तिल का तेल डालें।
  • आप उन दीपकों में सरसों का तेल या देसी घी भी डाल सकते है।
  • यदि आप तिल का तेल डालते हैं तो आपको उसमें ऊपर से तिल डालने की आवश्यकता नहीं होगी।
  • यदि आप दीपक में सरसों का तेल या घी का उपयोग करते हैं तो उसमें ऊपर से तिल जरूर मिले।
  • आप दीपक में सफेद तिल या काले तिल का भी प्रयोग कर सकते हैं।
  • इसके बाद आप सभी दीपकों को रोरी से तिलक कर दें।
  • इसके बाद आप दीपकों के साथ दक्षिणा अवश्य रखें।
  • अब आप जिस जगह दीपदान करेंगे वहां जाकर दीपों को जलाएं।
  • यदि आप मंदिर में दीपदान करते हैं तो मंदिर में ही जाकर दीपक जलाएं।
  • दीपक जलाने के बाद आप अपने हाथ में थोड़ा पानी लें और दीपक की थाली के ऊपर से 2 बार घुमाए और जल छिड़क लें।
  • दीपदान करते समय की दक्षिणा या तो आप गौशाला में दे दें या पंडित जी को दे दें।
  • सबसे पहले दिया आप अपने घर के मंदिर में रखें।
  • इसके बाद दूसरा और तीसरा दिया आप अपने घर के दोनों दरवाजों पर रखें।
  • इसके बाद एक दीपक आप तुलसी माता के पास रखें।
  • इसके बाद एक दिया शमी के पास रखें।
  • एक दिया आप आंवले के वृक्ष के नीचे रखें।
  • एक दिया आप नदी के पास रखें।
  • यदि आप नदी नहीं जा सकते तो एक थाल में थोड़ा गंगाजल डालदें, उसके बाद शुद्ध जल से उस वर्तन को नदी का रूप दें।
  • अब आप एक दीपक दक्षिण दिशा में स्वस्तिक चिन्ह बनाकर पितरों के नाम करके रखें।
  • एक दीपक आप अपने रसोई घर में रखें।
  • अब आप एक दिया केले के पेड़ के नीचे रखें।
  • एक दिया आपको भगवान शिव के पास रखना है।
  • इसके बाद आप अपने घर के आसपास किसी भी बट वृक्ष के नीचे दीपक रखें।
  • एक दीपक आप पीपल वृक्ष के नीचे जलाएं।
  • एक दीपक आप आसपास गौशाला में जरूर चलाएं।
  • इस प्रकार पूरे 14 दीपक हम अलग-अलग प्रकार से दीपदान कर लेंगे।

यदि आप मकर संक्रांति के दिन 5 या 7 दीपकों का दान करते हैं, तो आप मंदिर, नदी, पीपल का वृक्ष, बट वृक्ष, घर के आंगन, घर की तुलसी जी के पास रख सकते हैं।

दोस्तों, आज हमने आपको संक्रांति के दिन क्या दान करना चाहिए तथा दीपदान कैसे करें इस बारे में जानकारी देने का प्रयास किया है। यदि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी पसंद आई है, तो आप हमें नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं।

धन्यवाद

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