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नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते हैं कि 21 अगस्त 2023 सावन के सोमवार के दिन नाग पंचमी पड़ रही है। जिसका हमारे हिंदू धर्म में बहुत ही प्रमुख महत्व है यह नाग पंचमी का त्योहार भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक आता है। यह त्यौहार भारत नेपाल और हिंदू आबादी वाले अन्य दक्षिण एशियाई देशों में लोग इस त्यौहार पर नागों की पारंपरिक तरीके से पूजा करते हैं। नाग पंचमी सावन के शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है इस बार यह नाग पंचमी 21 अगस्त 2023 सोमवार के दिन पड़ रही है।
नाग पंचमी कब है (Nag Panchmi Kab Hai)
नाग पंचमी 21 अगस्त 2023 सोमवार के दिन है।
Nag Panchmi 2023
नाग पंचमी तिथि 2023 | 21 अगस्त 2023 सावन सोमवार |
नाग पंचमी तिथि प्रारंभ | 21 अगस्त 2023 को रात 12:21 AM बजे |
नाग पंचमी तिथि समाप्त | 22 अगस्त 2023 को रात 2:00 AM बजे |
नाग पंचमी शुभ मुहूर्त | 21 अगस्त को सुबह 5:58 AM से सुबह 8:30 AM तक |
नाग पंचमी पूजा मुहूर्त अवधि | 2 घंटे 38 मिनट की |
नाग पंचमी का समय क्या है (Nag Panchami Time and Date)
इस बार नाग पंचमी 21 अगस्त 2023 को पढ़ रही है पर इसकी शुरुआत 21 अगस्त को रात 12:21 से शुरू हो जाएगी और 22 अगस्त को रात 02:00 तक यह तिथि रहेगी। नाग पंचमी की पूजा का मुहूर्त 21 अगस्त 2023 को सुबह 5:58 से शुरू होकर सुबह 8:36 तक रहेगा। इसका मतलब नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त 2 घंटे 38 मिनट का रहेगा।
नाग पंचमी की कथा
भारत की प्राचीन कथाओं के अनुसार जब भगवान श्री कृष्ण जी यमुना नदी के पास खेल रहे थे उस समय उनकी बोल यमुना नदी में गिर जाती है जिसके लिए वह यमुना नदी के अंदर जाते हैं जहां पर उन्हें कालिया नाग मिलता है। जो कालिया नाग वहां के सभी लोगों को बहुत परेशान करता था। भगवान श्री कृष्ण और कालिया नाग के बीच में लड़ाई होती है और आखरी में मनुष्य को दोबारा परेशान ना करने के वादे के साथ कालिया को भगवान श्री कृष्ण माफ कर देते है। गरुण पुराण के अनुसार इस दिन जो व्यक्ति नागों की पूजा करता है और भगवान शिवजी की पूजा करता है उसको सुख समृद्धि प्राप्त होती है।
नाग पंचमी के दिन क्या करें
नाग पंचमी के दिन आपको कुछ विशेष कार्य करने चाहिए।
- नाग पंचमी के दिन आपके व्रत रखना चाहिए नाग पंचमी का व्रत रखने से व्यक्ति को कालसर्प दोष से मुक्ति मिलती है।
- नाग पंचमी के दिन नाग देवता की पूजा भी होती है और नाग पंचमी के मंत्रों का जाप भी किया जाता है।
- अगर कुंडली में राहु और कीटों की दशा सही नहीं चल रही है उन्हें भी नाग देवता की पूजा करनी चाहिए इस उपाय से राहु केतु दोष से भी मुक्ति मिलती है।
- नाग पंचमी के दिन आपको शिवलिंग के ऊपर पीतल के लोटे से जल चढ़ाना चाहिए।
नाग पंचमी पूजन विधि (Nag Panchmi Puja Vidhi)
नाग पंचमी के आठ देव माने गए हैं इस दिन में अनंत वास्तु की पद्म, महापद्मा, तक्षक, कुलीर, कर्कट और शंख नामक अष्टनागों की उपासना की जाती है। नाग पंचमी से 1 दिन पहले चतुर्थी के दिन एक बार भोजन करें तथा पंचमी के दिन उपवास करके शाम के समय भोजन करना चाहिए। पूजन करने के लिए चित्र या मिट्टी के सर्प की मूर्ति को लकड़ी की चौकी के ऊपर रख देना चाहिए। फिर हल्दी, रोली, चावल और फूल चढ़कर नाग देवता की पूजा करनी चाहिए। उसके बाद में कच्चे दूध, घी, चीनी मिलाकर लकड़ी के पट्टे पर बैठे सर्प देवता को अर्पित करना चाहिए। पूजन करने के बाद सर्प देवता की आरती भी उतरती चाहिए। सुविधा की दृष्टि से किसी सपेरे वाले को कुछ दक्षिणा देकर यह दूध सर्प को पिला सकते हैं अंत में नाग देवता की कथा भी अवश्य सननी चाहिए।
नाग पंचमी पूजा सामग्री (Nag Panchmi Puja Samagri)
नाग पंचमी पर आपको नाग देवता की फोटो या मूर्ति रखना है। उसके बाद में दूध, फूल, पंचफल, पंचमेवा, रत्न, सोना, चांदी, दक्षिणा, पूजा के बर्तन, दही, कुशासन, शहद, शुद्ध, देसी गाय का घी, गंगाजल, पंचरस, पवित्र जल, गंध रोली, इत्र, जनेऊ, मौली, पंच मिष्ठान, बेलपत्र, धतूरा, भांग, आम्र मंजरी, बेर, जौ, तुलसी दल, मंदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध, ईख का रस, कपूर, धूप, दीप, रूई, मलयागिरी, चंदन शिव और माता पार्वती जी के श्रृंगार की सामग्री आदि।
नाग पंचमी को भूलकर भी ना करें यह काम
नाग पंचमी के दिन यह काम वर्जित है इसलिए इन कामों को भूलकर भी ना करें।
- नाग पंचमी के दिन भूमि की खुदाई करना या खेत में हल चलाना शुभ नहीं माना जाता है इसलिए ऐसा करने से बचें।
- इस दिन साथ भी नहीं तोड़ा जाता है।
- नाग पंचमी के दिन नुकीली और धारदार वस्तुओं का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। मुख्य रूप से सुई धागे का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
- चूल्हे पर खाना बनाने के लिए तवा और लोहे की कढ़ाई का उपयोग भी नहीं करना चाहिए ऐसा करने से नाग देवता को कष्ट होता है।
- नाग पंचमी के दिन अपने मुख से किसी के लिए कोई गलत शब्द ना बोलें।
नाग पंचमी की पूजा से क्या होता है
ज्योतिषाचार्य के अनुसार नाग पंचमी के दिन जो व्यक्ति नाग देवता की पूजा करता है और भगवान शिव जी की पूजा करता है। गरुण पुराण के अनुसार नाग पंचमी पर नागों की पूजा करने से व्यक्ति को सुख सौभाग्य और धन समृद्धि की प्राप्ति होती है।
Note – अगर आप भी नाग देवता को दूध पिलाने का सोच रहे हैं तो उससे पहले यह बात सुन ले की नाग देवता को दूध पीने से खतरा होता है। आप नाग देवता जी की प्रतिमा के ऊपर दूध समर्पित कर सकते हैं।
Disclaimer
यह सारी जानकारी पुराणों और शास्त्रों पर आधारित है। इसमें हमारा कोई उल्लेख नहीं है, इन सभी जानकारी पर अमल करने से पहले किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले।
अगर आपको नाग पंचमी की इन बातों को समझने में कोई दिक्कत परेशानी आती है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
धन्यवाद