नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते हैं की शारदीय नवरात्रि चल रहे हैं और इस बार शारदीय नवरात्रि को लेकर अष्टमी और नवमी तिथि की बहुत बड़ी असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि आखिर नवरात्रि में अष्टमी तिथि किस दिन है और नवमी तिथि किस दिन है क्यामैं तेरे नहीं यह दोनों तिथि एक दिन पर पड़ रही है, इसके अलावा आपको अष्टमी का व्रत कब रखना चाहिए, कन्या पूजन कब करना चाहिए, अष्टमी और नवमी की पूजन कब करना चाहिए। यह सारी जानकारी आप लोगों को आज इस लेख में मिल जाएगी।
यह बात आप सभी लोग जानते हैं की नवरात्रि में अष्टमी और नवमी तिथि की पूजन का विशेष महत्व होता है और इस दिन सभी लोगों के घर में एक विशेष पूजन भी होती है। इसी के साथ में कन्या पूजन भी कराया जाता है पर इस बार अष्टमी और नवमी तिथि एक ही तारीख को पड़ रही है तो इस वजह से सभी लोगों के मन में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
शारदीय नवरात्रि की अष्टमी कब है
शारदीय नवरात्रि की अष्टमी तिथि 10 अक्टूबर को दोपहर 12:45 मिनट से शुरू होगी जो कि अगले दिन 11 अक्टूबर शुक्रवार को दोपहर 12:07 मिनट तक रहेगी। अगर यहां पर हम उदया तिथि के अनुसार बात करें तो अष्टमी तिथि 11 अक्टूबर 2024 के दिन मान्य रहेगी।
शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि कब है
शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि 11 अक्टूबर को दोपहर 12:08 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 12 अक्टूबर शनिवार को सुबह 10:58 मिनट पर पूरी होगी। इस हिसाब से देखा जाए तो नवमी तिथि 12 अक्टूबर 2024 के दिन मानी जाएगी पर ऐसा नहीं है क्योंकि नवमी तिथि 12 अक्टूबर को सुबह 10:58 तक ही रहेगी इतने में आप नवमी तिथि की पूजन नहीं कर सकते है। इसी वजह से शारदीय नवरात्रि की नवमी तिथि भी 11 अक्टूबर 2024 के दिन ही मान्य रहेगी।
नवरात्रि में कन्या पूजन कब करें
नवरात्रि में कन्या पूजन ज्यादातर लोग अष्टमी तिथि के दिन करते हैं और कुछ लोग नवमी तिथि के दिन भी करते हैं तो अगर आप लोग अष्टमी तिथि के दिन कन्या पूजन करते हैं तो भी आप लोगों को 11 अक्टूबर के दिन ही करना है और अगर आप लोग नवमी तिथि के दिन कन्या पूजन करते हैं तो भी आप लोगों को 11 अक्टूबर के दिन ही करना है। अगर आप 12 अक्टूबर के दिन कन्या पूजन कर रहे हैं तो आपको सुबह 11:00 से पहले पहले कन्या पूजन करना पड़ेगा क्योंकि इसके बाद फिर दशमी तिथि शुरू हो जाएगी।
नवरात्रि में कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि की अष्टमी तिथि को जब आप कन्या पूजन करें तो सुबह से लेकर दोपहर के समय के बीच में आप लोगों को अपना कन्या पूजन और कन्या भोजन पूर्ण कर लेना चाहिए।
नवरात्रि में अष्टमी और नवमी की पूजन कब करें
आप सभी लोग जानते हैं कि सभी लोगों के परिवार में नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि की एक विशेष पूजा होती है जो की सिर्फ परिवार के लिए होती है पर इस बार अष्टमी और नवमी एक ही दिन पढ़ रहे हैं तो आपको यह पूजा कैसे करनी है यह जान लीजिए। चाहे आप अष्टमी की पूजन कर रहे हो चाहे आप नवमी की पूजन कर रहे हो आपको 11 अक्टूबर 2024 के दिन ही करना है औरअगर आप 12 अक्टूबर 2024 के दिन भी अपनी नवमी तिथि की पूजन करते हैं तो भी कोई दिक्कत नहीं है पर सही विधि अनुसार 11 अक्टूबर के दिन ही अष्टमी और नवमी की पूजन की जाएगी।
इसके अलावा आप अपने परिवारजन और अपने आसपास रहने वाले लोगों से इस बात की चर्चा कर लें कि वह अष्टमी तिथि और नवमी तिथि किस दिन मान रहे हैं फिर आप उस हिसाब से भी अष्टमी और नवमी तिथि मान सकते हैं पर जो सही था वह हमने आपको बता दिया है।
अगर आपकी मन में इस शारदीय नवरात्रों की अष्टमी और नवमी तिथि को लेकर अभी भी कोई प्रश्न है तो उसे आप उनसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
धन्यवाद