षटतिला एकादशी व्रत कब है, एकादशी का महत्व क्या होता है । Shattila Ekadashi Kya Hai 2024

shattila ekadashi vrat 2024

हमारे हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अत्यधिक महत्व माना जाता है, एकादशी माह में 2 बार आती हैं। एक कृष्ण पक्ष की एकादशी दूसरी शुक्ल पक्ष की एकादशी, ऐसी ही एक एकादशी है जो माघ मास के कृष्ण पक्ष को मनाई जाती है जिसे शास्त्रों द्वारा षटतिला एकादशी के नाम से जानते हैं। 2024 में षटतिला एकादशी 6 फरवरी दिन मंगलवार के दिन मनाई जाएगी, जैसा कि आप सभी जानते हैं एकादशी पर भगवान विष्णु की पूजा और उनका व्रत रखने का विधान माना जाता है, मान्यता के अनुसार एकादशी व्रत पालन करने से भक्तों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और उन्हें भगवान विष्णु की विशेष कृपा प्राप्त होती है। आज हम आपको षटतिला एकादशी के बारे में विस्तार से बताएंगे। 

अन्नपूर्णा जयंती कब है, अन्नपूर्णा पूजा पर क्या करना चाहिए । Annapurna Puja 2023 in Hindi 

मार्गशीर्ष माह के पूर्णिमा को अन्नपूर्णिमा जयंती के नाम से भी जाना जाता है, इस दिन माता पार्वती अन्नपूर्णा के रूप में प्रकट हुई थी। माता अन्नपूर्णा को अन्य की देवी माना जाता है और अन्नपूर्णा जयंती के दिन मुख्य रूप से सभी भक्त लोग अन्न की पूजा करते हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं हमारे शास्त्रों में अनेक त्यौहार ऐसे हैं जिसे बड़े ही श्रद्धा पूर्वक हिंदू रीति रिवाज के साथ मनाया जाता है। अन्नपूर्णा जयंती के दिन भी पूरे विधि विधान से पूजा करने का प्रचलन चल आ रहा है। दोस्तों, जैसा कि आप सभी जानते हैं हमारे घर की ग्रहणियों को अन्नपूर्णा ही माना जाता है, इसीलिए इस दिन विशेष रूप से वह अपने घर के गैस पर चावल और मिष्ठान का भोग बनाती हैं, साथ में दीपक भी प्रचलित करती है। कई जगह इस अन्नपूर्णा महोत्सव के नाम से भी जानते हैं। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से अन्नपूर्णा जयंती के बारे में आपको विस्तार से बताएंगे।

गुप्त नवरात्रि कब है, गुप्त नवरात्रि में किसकी पूजा करना चाहिए । Gupt Navratri Kab Hai 2024

जैसा कि आप सभी जानते हैं हमारे हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष पर महत्व माना जाता है, शास्त्र अनुसार नवरात्रि में माता रानी के नौ रूपों की पूजा की जाती है और यह नवरात्रि गणेश उत्सव के बाद आते हैं। लेकिन हमारा बहुत ही प्राचीन ग्रंथ देवी भागवत उसके अनुसार वर्ष में चार बार नवरात्रि आते हैं, 2 नवरात्रि गुप्त रूप से मनाए जाते हैं और 2 नवरात्रि खुलकर मनाए जाते हैं। गुप्त नवरात्रि में बड़े-बड़े साधक महाविद्याओं की साधना करते हैं। जैसे मां काली, तारा देवी, त्रिपुर सुंदरी, मां भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुर भैरवी, मां धूम्रवती, मां बगलामुखी, मातंगी और कमला देवी की पूजा की जाती है। 2024 में गुप्त नवरात्रि माघ मास महीने की 10 फरवरी दिन शनिवार से प्रारंभ होकर 18 फरवरी 2024 को समाप्त होंगी। यदि आपको भी गुप्त नवरात्रि के बारे में नहीं पता तो हम आपको इस लेख के माध्यम से गुप्त नवरात्रि क्या है, इस विषय में सारी जानकारियां देंगे। 

सकट चौथ कब है, सकट चौथ को क्या करना चाहिए । Sakat Chauth Kab Hai 2024

सकट चौथ माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है इस व्रत को विशेष तौर पर स्त्रियां अपने संतान की दीर्घायु और उनकी सफलता के लिए करती हैं। मान्यता के अनुसार उसे दिन व्रत करने से संतान को रिद्धि सिद्धि की प्राप्ति होती है तथा उनके जीवन में आने वाली सभी विघ्न और बाधाएं भगवान गणेश जी द्वारा दूर कर दी जाती हैं। सकट चौथ के दिन घर की स्त्रियां पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को भगवान गणेश की पूजा तथा चंद्र देव को अर्घ्य देने के बाद ही जल ग्रहण करती हैं।

2024 Mein Basant Panchami Kab Hai । बसंत पंचमी कब है, बसंत पंचमी पर क्या करना चाहिए

हिंदू पंचांग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को वसंत पंचमी के नाम से जाना जाता है, बसंत पंचमी के बाद ही वसंत ऋतु का आगमन होता है। बसंत पंचमी के त्यौहार का हिंदू धर्म में एक विशेष में महत्व माना जाता है इस दिन विद्या की देवी माता सरस्वती की पूजा आराधना की जाती है। कई जगह इसे सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है इस दिन विशेष कर पीले वस्त्र को पहनने का महत्व दिया गया है।

पुत्रदा एकादशी कब मनाई जाएगी, पुत्रदा एकादशी का व्रत कैसे करना चाहिए | Putrada Ekadashi Kya Hai 2024

हमारे हिंदू धर्म मैंने एकादशी का बहुत देखना है तो मना जाता है जाता है एकादशी मनुष्य के जीवन से समस्त पापा का नाश करने के लिए मानी जाती है। प्रत्येक माह  में दो बार एकादशी पड़ती है, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष दोनो पक्षों में एक एक एकादशी आती है। पौष माह के शुक्ल पक्ष में पढ़ने वाली एकादशी को पुत्रदा एकादशी के नाम से जाना जाता है।

Amavasya Kab Hai 22024 masik shivratri january 2024 date Pradosh Vrat 2024 January Kab Hai vinayak chaturthi 2024 in hindi Safla Ekadashi Kab Hai 2024