नमस्कार दोस्तों आप सभी लोग जानते होंगे की 2 अगस्त 2024 को सावन महीने की शिवरात्रि आ रही है, जिसके लिए सभी भक्तगण पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताई गई ऑनलाइन पूजा की तैयारी कर रहे हैं हमने आपको इस ऑनलाइन पूजा से जुड़ी हुई सारी सामग्री अपने पिछले लेख में बता दी थी, इस लेख में आप लोग जानेंगे कि इस सावन शिवरात्रि पर ऑनलाइन पूजन अभिषेक में जो पार्थिव शिवलिंग आपको बनाना है उसको बनाने की विधि क्या है क्योंकि इसको बनाने की भी पंडित जी ने एक अलग से विधि बताई है जिसके माध्यम से आपको यह शिवलिंग का निर्माण करना है।
पार्थिव शिवलिंग कब बनाना है
पार्थिव शिवलिंग इस सावन महीने की शिवरात्रि को 2 अगस्त 2024 के दिन बनाना है।
पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए कौन सी मिट्टी चाहिए
इस भारतीय शिवलिंग को बनाने के लिए आप लोगों को काली शुद्ध मिट्टी चाहिए।
पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए मिट्टी कहां से लाएं
पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए मिट्टी आप कहीं बाहर से भी ला सकते हैं और अपने घर में जो गमले हैं या जो वृक्ष हैं उसके नीचे की मिट्टी भी ले सकते हैं पर ध्यान रखिएगा कि आप जहां की भी मिट्टी ले रहे हो वहां की मिट्टी शुद्ध होनी चाहिए अशुद्ध जगह की मिट्टी आप इसमें प्रयोग नहीं करना।
पार्थिव शिवलिंग बनाने की विधि क्या है
पार्थिव शिवलिंग बनाने की विधि कुछ इस प्रकार से है।
- पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए सबसे पहले आपको अपने घर पर शिवलिंग बनाने के लिए मिट्टी लानी होगी।
- पार्थिव शिवलिंग बनाने की मिट्टी आप किसी शुद्ध जगह से लेकर आए और यह मिट्टी आप कहीं बाहर से भी लेकर आ सकते हैं और अपने घर में जो गमले है उसमें से भी ले सकते हैं और अपने घर में जो वृक्ष लगा हुआ है उसके नीचे से भी आप लोग मिट्टी ले सकते हैं।
- पार्थिव शिवलिंग को बनाने के लिए आपको भूलकर भी तुलसी मैया की गमले से मिट्टी नहीं लेनी है।
- जब आप इस पार्टी शिवलिंग को बनाने की मिट्टी अपने घर पर लेकर आए तो आपका सबसे पहले काम यही रहेगा कि आप इस मिट्टी को शुद्ध कर लें।
- इस मिट्टी को आप गंगाजल से भी शुद्ध कर सकते हैं, गंगाजल नहीं है तो जल के अंदर थोड़ा सा दूध डालकर उससे शुद्ध कर सकते हैं, या जल के अंदर बेलपत्र डालकर उस जल से शुद्ध कर सकते हैं, या जल के अंदर इत्र डालकर उससे भी इस मिट्टी को शुद्ध कर सकते हैं, या जल के अंदर पीपल का पत्ता डालकर भी उससे भी शुद्ध कर सकते हैं।
- शुद्ध कहने का मतलब है कि आपको इस मिट्टी के ऊपर जल का छिड़काव करना है।
- इसके बाद आप जब भी पार्थिव शिवलिंग बनाएं उसके कुछ समय पहले आपको इसका जल भी तैयार करना है।
- पार्थिव शिवलिंग आपको पूजन के दो-तीन घंटे पहले बनकर तैयार करके रख लेना है।
- सबसे पहले आपको एक खाली लोटे में शुद्ध और ताजा जल भरकर उसे अपने घर के रसोई घर में जाकर पीने के पानी वाले स्थान के पास में रख देना है।
- इस जल को आपको उस स्थान पर कुछ समय के लिए रखे रहने देना है।
- इसके बाद जब आप शिवलिंग को बनाने की तैयारी करें तो अपने उसे जल को वहां से उठाकर लेकर आ सकते हैं।
- अब आपको सबसे पहले एक पात्र लेना है जिसके अंदर आप पार्थिव शिवलिंग बनाएंगे और एक बेलपत्र आपको अपने साथ में रखना है।
- अब आपको सबसे पहले पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए अपने ही घर में किसी अच्छी सी जगह पर या भगवान जी वाले स्थान पर जाकर बैठ जाना है।
- उसके बाद में आपको अपना जो खाली पात्र है उसे रखना है और इस पात्र के बीचो बीच में आपको अपनी वह बेलपत्र को रखना है क्योंकि जो शिवलिंग हम बनाएंगे वह बेलपत्र के ऊपर ही बनाएंगे।
- अब आपको सबसे पहले अपनी उस मिट्टी को लाकर अपनी उस बेलपत्र पर रख लेना है पर उतनी ही मिट्टी रखना है जितने से अभी आपका एक शिवलिंग बन जाए अभी आपको जलधारी नहीं बनानी है।
- इसमें पहले हमें शिवलिंग का रूप देना है उसके बाद में हमें जलधारी बनाना है।
- यह शिवलिंग आपको अपने इस जल की मदद से बनानी है जो जल आपने शिवलिंग को बनाने के लिए अपने घर के रसोई घर में रखा हुआ था।
- सबसे पहले आप शिवलिंग बना लीजिए उसके बाद में शिवलिंग के आसपास मिट्टी डालकर जलधारी बना लीजिए।
- उसके बाद में आपकी यह शिवलिंग बनाकर तैयार हो जाती है और आप इसे किसी सुरक्षित और अच्छी जगह पर रख दीजिए और जब भी पूजन शुरू होगी तो आपको शिवलिंग की पूजा करनी होगी।
पार्थिव शिवलिंग की पूजन कब होगी
पार्थिव शिवलिंग की पूजन 2 अगस्त को शाम 7:00 बजे से ऑनलाइन शुरू होगी और यह पूजा रात 8:00 तक चलेगी।
पार्थिव शिवलिंग की ऑनलाइन पूजा कहां होगी
पार्थिव शिवलिंग की ऑनलाइन पूजा पंडित प्रदीप मिश्रा जी के ऑफिशल Youtube चैनल और आस्था टीवी पर लाइव होगी।
पार्थिव शिवलिंग का विसर्जन कब करें
इस पार्थिव शिवलिंग का विसर्जन आपको अगले दिन सुबह-सुबह करना है।
पार्थिव शिवलिंग का विसर्जन कहां होगा
पार्थिव शिवलिंग का विसर्जन आप किसी बहती हुई पवित्र नदी में या बहते हुए जल में कर सकते हैं। अगर आप किसी कारणवश घर के बाहर जाकर विसर्जन नहीं कर पाते हैं तो आप अपने ही घर में एक जल के पात्र के अंदर इसका विसर्जन कर सकते हैं और फिर उस मिट्टी को अपने ही घर के गमले में या किसी वृक्ष के नीचे जाकर डाल सकते हैं।
पार्थिव शिवलिंग का विसर्जन कैसे करें
पार्थिव शिवलिंग का विसर्जन करने के लिए आपको सबसे पहले अपनी उस पार्थिव शिवलिंग की जलधारी का मुख अपनी तरफ कर लेना है और इसका विसर्जन आपको पार्थिव शिवलिंग की जलधारी को देखकर ही करना है और विसर्जन करते समय आपको अपनी मनोकामना भी बोल देना है जिसके लिए अपने विशेष रूप से यह पूजन करी थी।
इस तरीके से आप लोगों को पार्थिव शिवलिंग बनाना है, उसका पूजन करना है और उसका विसर्जन करना है।
अगर आपका अभी भी इस पार्थिव शिवलिंग बनाने से जुड़ा हुआ या पार्थिव शिवलिंग की पूजन से जुड़ा हुआ यह विसर्जन से जुदा हो कोई भी प्रश्न है तो उसे अपन से कमेंट करके पूछ सकते हैं।
ओम नमः शिवाय