नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोगों के जीवन में किसी भी प्रकार की दुख और समस्या चल रही है तो आपको पंडित जी द्वारा सीहोर कथा में बताया गया पीपल के पानी की बिंदी वाला उपाय जरूर करना चाहिए क्योंकि इस उपाय को करने से आपके जीवन में जितनी भी प्रकार के दुख और परेशानी है वह सारी मिट जाएगी और आपके जीवन में सुख और शांति आ जाएगी।
इस उपाय को आप जब भी कर सकते हैं जब आपको ऐसा लगता है कि आपके घर परिवार पर या आप पर किसी प्रकार का ऐसा दोष लगा हुआ है, जिसके बारे में आपको पता भी नहीं है चाहे वह कालसर्प दोष हो, चाहे वह पितृ दोष हो, चाहे वह मंगल दोष हो या इसके अलावा जितने भी प्रकार के दोष होते हैं उनमें से किसी भी प्रकार का दोष आपके ऊपर लगा हुआ है और आपको पता नहीं है तो आपको मात्र इस वाले उपाय को कर लेना है अपने आप ही जो भी दोष लगा हुआ होगा वह मिट जाएगा और आपके जीवन से दुख और परेशानियां भी दूर हो जाएगी।
इस उपाय का नाम हम कह सकते हैं कि यह उपाय पीपल की पानी की बिंदी वाला उपाय है क्योंकि इस उपाय में हमें पीपल के पानी की आवश्यकता होगी और उस पानी से हमें बिंदी लगानी होगी।
यह उपाय किस लिए करना है
इस उपाय को आप अपने जीवन की दुख और परेशानियों को दूर करने के लिए कर सकते हैं या आपके जीवन में या घर परिवार में किसी भी प्रकार का कोई दोष लगा हुआ है तो उससे छुटकारा भी इस उपाय के द्वारा पा सकते हैं।
इस उपाय को किसको करना है
इस उपाय को विशेष रूप से घर की कोई भी एक बड़ी माता बहन कर सकती है अगर किसी कारणवश घर में माताएं बहने उपस्थित नहीं है तो घर का कोई बड़ा व्यक्ति भी इस उपाय को कर सकता है।
इस उपाय को किस दिन करना है
इस उपाय को आप किसी भी दिन कर सकते हैं पर इस उपाय को अगर आप किसी विशेष दिन पर करेंगे तो आपको इस उपाय का फल जल्दी और बहुत बड़ा होकर मिलेगा।
यह उपाय किस समय करना है
इस उपाय को आपको प्रातः कल सुबह-सुबह ही करना है।
इस उपाय की सामग्री
इस उपाय में आप लोगों को मात्र दो चीजों की आवश्यकता होगी जिसमें से सबसे पहली चीज है पीपल का पानी और दूसरी चीज है एक लोटा जल की आवश्यकता होगी।
पीपल का पानी क्या होता है
आप सभी लोगों को पीपल के पानी को समझने में बहुत परेशानी आ रही होगी तो हम आपको बता दें कि पीपल का जो बड़ा पेड़ होता है उस पीपल के पेड़ में से पानी की बूंदे टपकती हैं या पानी की बौछार जैसी होती है पर यह बहुत ही कम मात्रा में और हल्की-हल्की सी होती है और इसका सबसे बड़ा प्रमाण आप पीपल के पेड़ के नीचे देख सकते हैं कि हमेशा पीपल के पेड़ के नीचे बीच-बीच में गीले से निशान होते हैं वह पीपल के पानी के ही निशान होते हैं तो आपको पीपल के पानी को किसी भी एक पत्र में ले लेना है यह पानी हमें बहुत ही कम मात्रा में चाहिए। अगर आपको पीपल के पानी की एक बूंद भी मिल गई है तो भी उपाय हो जाएगा। अब अपने साथ में एक लोटा जल भी रख ले।
पीपल का पानी किस दिन नहीं लेना है
इस उपाय को करने के लिए आप लोगों को पीपल का पानी रविवार के दिन नहीं लेना है और इस उपाय को आप रविवार के दिन ना ही करें तो ज्यादा अच्छा होगा क्योंकि इस उपाय को पीपल के पानी के बिना नहीं किया जा सकता हैं।
उपाय को करने की विधि
इस उपाय को करने की विधि में आप लोग जिस भी दिन इस पीपल के पानी की बिंदी वाला उपाय कर रहे हो, उस दिन स्वच्छ होकर स्नान करके सुबह-सुबह अपने उपाय की सामग्री को अपने साथ रखकर अपने ही घर के पास में जो शिव मंदिर हो वहां पर आपको चले जाना है।
शिव जी के मंदिर में पहुंचने के बाद सबसे पहले आपको भगवान शिव जी के दर्शन करना है। उसके बाद में ही इस उपाय को शुरू करना है और इस उपाय को शुरू करने के लिए आप भगवान शिव जी की शिवलिंग के पास में या आसपास कहीं पर भी बैठ जाएं और अपने उपाय की सामग्री को अपने सामने रख ले।
उपाय में सबसे पहले आप लोगों को अपना वह पीपल का पानी अपने सीधे हाथ की हथेली की कोई सी भी एक उंगली में ले लेना है क्योंकि इस पीपल के पानी से हमें शिवलिंग के एक भाग में बिंदी लगाना है।
अब आपको सबसे पहले शिवजी की शिवलिंग में एक स्थान समझना है वहीं पर यह बिंदी आपको लगाना है। आप जब भगवान शिव जी की शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं तो शिवलिंग से होता हुआ वह जलधारी को स्पर्श करता हुआ जलधारी से नीचे गिरता है तो आप लोगों को जलाधारी का वह आखरी हिस्सा देखना है जहां से वह जल नीचे गिरता है। जलाधारी का एक ऊपर का भाग होगा, एक नीचे का भाग होगा और एक सामने का भी भाग होगा। सामने का भाग में जितनी मोटी जलधारी होगी उतना मोटा आप लोगों को वह भाग दिखेगा तो जलधारी के आखिरी में उस भाग के सामने की तरफ के बिल्कुल बीचो-बीच में आपको इस पीपल के पानी की बिंदी लगा देना है पीपल के पानी की इस बिंदी को जलधारी के सामने के भाग में बीचो-बीच लगाने के बाद आपको अपना एक लोटा जल निकाल लेना है और इसे भगवान शिव जी की शिवलिंग के ऊपर एक धारा से धीरे-धीरे करके चढ़ा देना है।
जब आप इस जल को चढ़ा रहे होंगे तो यह जल आपके इस पीपल के पानी की बिंदी से स्पर्श होता हुआ जा रहा होगा। जिससे आपके ऊपर या आपके घर परिवार के ऊपर जितने भी प्रकार के जो दोष लगे हुए होंगे वह धीरे-धीरे करके दूर होना शुरू हो जाएंगे।
जैसे ही आप शिवलिंग पर जल चढ़ा देते हैं, उसके बाद में आपको भगवान से प्रार्थना भी करना है और निवेदन भी करना है और भगवान को धोक देकर उनसे आशीर्वाद लेकर आप अपने घर पर वापस आ सकते हैं और आपका यह वाला उपाय यहां पर पूर्ण हो जाता है।
उपाय की मुख्य बातें
- इस उपाय को आपको सुबह के समय ही करना है।
- इस उपाय में आपको पीपल के पानी की आवश्यकता जरूर पड़ेगी।
- इस उपाय में आप लोगों को एक लोटा जल भी अपने साथ लेकर जाना है।
- पीपल के पानी की बिंदी आपको जलधारी के सामने के भाग्य के बिल्कुल बीचो-बीच में लगाना है।
- उपाय हो जाने के बाद आपको भगवान से प्रार्थना और विनती जरूर करना है।
यह उपाय पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने अपनी सीहोर की कथा, कुबरेश्वर धाम की कथा, रुद्राक्ष महोत्सव की कथा में ही बताया है जो की बिल्कुल नया उपाय है और आपको ज्यादा जगह पर देखने के लिए नहीं मिलेगा पर इस उपाय का फल आप लोगों को बहुत जल्दी और बहुत बड़ा होकर मिलेगा।
अगर आपको इस पीपल के पानी की बिंदी वाले उपाय को करने में कोई भी दिक्कत, समस्या या परेशानी आती है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं आपको आपका जवाब मिल जाएगा।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं