Pradeep Mishra 31 Chawal Wala Upay | सोमवार की अष्टमी के उपाय प्रदीप मिश्रा

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नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते होगी कि 2024 साल की पहली सोमवार की अष्टमी 4 मार्च 2024 के दिन पड़ रही है और सोमवार की अष्टमी का दिन पूरे साल में बहुत ही काम आता है इसलिए सभी लोग सोमवार के अष्टमी का बहुत बेसब्री से इंतजार करते हैं और इस दिन 31 चावल के दाने वाला उपाय भी जरूर करते हैं क्योंकि यह सोमवार की अष्टमी का एक ऐसा सबसे बड़ा उपाय है जिस उपाय को करने से व्यक्ति की जिस भी प्रकार की मनोकामना होती है वह पूर्ण जरूर होती है वह भी बहुत ही जल्दी हो जाती है।

सोमवार की अष्टमी के दिन भगवान शिव जी के मंदिर में 64 योगिनियां नृत्य करती हैं। साथ ही में सभी देवी देवता भी इस दिन भगवान शिव जी के मंदिर में शिवलिंग के पास में विराजित होते हैं।

अगर आपकी भी कोई विशेष मनोकामना है या जीवन में कोई दुख, परेशानी है या आपका कोई काम है जो कि आप भगवान शिव जी से बोलना चाहते हैं और पूरा करवाना चाहते हैं तो आप लोगों को यह 31 चावल के दाने वाला उपाय जरूर करना चाहिए क्योंकि इस उपाय को करने से आपकी जीवन की सारी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाएगी।

अब आप लोग यह जान लीजिए कि आप इस सोमवार की अष्टमी के उपाय को कब-कब कर सकते हैं। जब आपके घर में बहुत कष्ट और परेशानी हैं, धन की समस्या हैं या रोग और बीमारी हैं और सभी तरीके की दिक्कत समस्याओं के लिए आप इस उपाय को कर सकते हैं।

इस उपाय की सामग्री

यह उपाय 31 चावल, 31 बेलपत्र, 31 हरे मूंग के दानों का हैं। इस उपाय में आपको सोमवार की अष्टमी के दिन सुबह-सुबह 31 चावल के दाने, 31 बेलपत्र और 31 ही हरे मूंग के दान तैयार करके रख लेना हैं।

यह सारी सामग्री आपको आपके घर में आसानी से मिल जाएगी।

यह उपाय किस समय करना हैं

इस उपाय को करने के लिए प्रातः काल सुबह का समय उत्तम है जिसमें लगभग आप लोग दोपहर 12:00 बजे तक भी इस उपाय को करेंगे तो भी आपको उपाय का फल जरुर मिलेगा और अगर किसी कारणवश आप इस उपाय को सुबह नहीं कर पाते हैं फिर आप इस उपाय को शाम के समय प्रदोष काल में भी कर सकते हैं अगर आपको शाम का समय या प्रदोष काल को समझने में परेशानी आ रही है तो हम आपको बता दें कि शाम का जो समय होता है या प्रदोष काल का जो समय होता है वह शाम के 6:00 से लेकर 7:00 के बीच का होता है पर इस उपाय को करने में अगर आप थोड़ा बहुत लेट भी हो जाते हैं तो आप इस उपाय को 7:30 मिनट या रात 8:00 तक भी कर सकते हो आपको उपाय फल बाल जरूर मिलेगा।

इस उपाय को करने की विधि

  • इस उपाय को करने के लिए आपको सुबह सुबह-सुबह अपने साथ एक थाली में 31 चावल के दाने, 31 बेलपत्र और 31 हरे मूंग के दाने आपको रख लेने हैं।
  • इसके साथ ही में आप अपने साथ में भगवान शिव की पूजा अर्चना करने के लिए अलग से जो सामग्री लेकर जाना चाहे वह लेकर जा सकते हैं जैसे कि एक लोटा जल बेलपत्र फूल जैसी सामग्री आप लेकर जा सकते हैं।
  • पहले आपको उपाय करना है उसके बाद आपको बाद आप अपना एक लोटा जल चढ़ा सकते हैं।
  • अगर आप इस उपाय को शाम के समय कर रहे हैं और आप अपने साथ दीपक भी लेकर जा रहे हैं तो वह दीपक आप अपना उपाय को करने के बाद शिवजी के पास में जलाइए।
  • आपको सबसे पहले भगवान शिव जी के मंदिर पहुंचना है और भगवान शिव जी के मंदिर पहुंचकर मंदिर के प्रांगण की चौखट पर आकर रुक जाना हैं और अपने वह 31 चावल के दाने निकाल लेना हैं। वह चावल के दाने आपको भगवान शिव जी की चौखट पर अपने मन की कामना करते हुए समर्पित करना हैं। आप यह चावल के दाने चौखट पर किसी भी साईड समर्पित कर सकते हैं।
  • अब आपको मंदिर के अंदर प्रवेश करना हैं और नंदी बाबा के पास आकर रुक जाना हैं। अब आपने देखा होगा, नंदी बाबा का एक चरण हमेशा उठा हुआ होता हैं तो आपको अपने हरे मूंग के दाने निकालकर अपने मन की प्रार्थना को करते हुए वह 31 हरे मूंग के दाने भगवान नंदी बाबा के उस उठें हुए पैर के पास में रख देना हैं।
  • अब आपको भगवान शिव जी की शिवलिंग के पास में आना हैं और अपनी वह 31 बेलपत्र निकाल लेना हैं। इन 31 बेलपत्र पर आप चाहे तो पीले चंदन का टीका बीच वाली बड़ी पत्ती पर लगा सकते हैं। उसके बाद में आपको इन 31 बेलपत्र को एक साथ जमाकर भगवान शिव जी की शिवलिंग पर जहां माता अशोक सुंदरी का स्थान होता है वहां पर समर्पित करना हैं।
  • अगर आप चाहे तो 31 बेलपत्र को एक-एक करके भी भगवान शिव जी की शिवलिंग में जो माता अशोक सुंदरी का स्थान होता है वहां पर चढ़ा सकते हैं।
  • माता अशोक सुंदरी जी का स्थान शिवलिंग की जो जलाधारी होती हैं। उसके बिल्कुल बीचो-बीच का जो स्थान होता है वह माता अशोक सुंदरी जी का स्थान होता हैं।
  • यह 31 बेलपत्री को चढ़ाते समय भी आप अपने मन की प्रार्थना भगवान शिव से बोल सकते हैं।
  • यहां पर यह उपाय पूरा हो जाता हैं।

इस उपाय को करने से मनोकामना कब पूरी होगी

जब आप इस उपाय को किसी भी सोमवार की अष्टमी के दिन करेंगे तो अगले सोमवार की अष्टमी आने से पहले या आने तक, आपकी वह मनोकामना पूर्ण हो जाएगी। जिस मनोकामना के लिए आपने यह उपाए सोमवार की अष्टमी को किया था।

इस उपाय को करने के नियम

  • इस उपाय में आपको कोशिश करना हैं कि आप इस उपाय को प्रातः काल सुबह-सुबह कर ले।
  • इस उपाय में जो आप चावल के दाने लेंगे वह टूटे हुए नहीं होने चाहिए।
  • इस उपाय में हरी मूंग के दाने आपको पूरे पूरे-पूरे लेने हैं।
  • पहले आपको उपाय करना हैं। उसके बाद आप भगवान शिव जी की अलग से पूजन कर सकते हैं।
  • यह उपाय आप अपने किसी एक मनोकामना के लिए कर सकते हैं।

सोमवार की अष्टमी का यह उपाय बहुत बड़ा है इस उपाय को करने से घर परिवार में सुख शांति भी आती है। भगवान शिव जी आप सभी लोगों की मनोकामना भी पूर्ण करते हैं। अगर इस 31 चावल, 31 हरे मूंग, 31 बेलपत्र वाले उपाय को करने में कोई भी दिक्कत समस्या आपको आती है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।

यह उपाय पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने अपनी शिव महापुराण कथा में बताया है इस उपाय का पूरा श्रेय उन्हें ही जाता है

श्री शिवाय नमस्तुभ्यं

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