नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते हैं कि शिवमहापुराण कथा के उपायों से लोगों को कितना फायदा होता हैं।
पहला उपाय
आज हम आपको पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताया गया एक ऐसे उपाय बताने वाले हैं जो कि पंडित जी ने अपनी भोपाल की महामृत्युंजय शिव महापुराण कथा में बताया था और इस उपाय किसी भी मनोकामना पूर्ति के लिए कर सकते हैं।
इस उपाय में सबसे मुख्य क्या हैं
इस उपाय में सबसे महत्वपूर्ण महामृत्युंजय मंत्र है जिसके कारण यह उपाय बहुत ही ज्यादा विशेष हैं।
इस उपाय की सामग्री
इस उपाय में आपको मात्र दो चीजों की आवश्यकता होगी। जिसमें से पहली हैं एक नई कटोरी और दूसरी चीज हैं एक शमी वृक्ष का पुष्प (मतलब शमी का फूल)
इस उपाय की विधि
इस उपाय को आप किसी भी दिन कर सकते हैं जब आपके मन में कोई विशेष मनोकामना हो। उस दिन आपको एक नई कटोरी और एक शमी का फूल लेकर भगवान शिव जी के मंदिर जाना हैं।
आप जैसे ही भगवान शिव जी के मंदिर में पहुंच जाएं तो आपको भगवान शिव जी के दर्शन करने के बाद नंदी बाबा के पास में आकर बैठे जाना हैं।
उसके बाद में जो आप एक नई कटोरी लेकर आए हैं उसमें वह शमी का फूल रख दीजिए।
अब आप नंदी बाबा के पास में बैठ जाए और अपना मुख भगवान शिव जी की तरफ कर लीजिए और अपनी वह कटोरी जिसमें आपने शमी का फूल रख लिया हैं वह कटोरी अपने सामने की तरफ रख लीजिए।
अब आप अपने साथ में रुद्राक्ष की माला लेकर जाइए और 108 बार आपको उसी माला के साथ में महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना हैं।
जैसे ही आप 108 बार महामृत्युंजय मंत्र की माला के साथ में जाप कर ले। उसके बाद में आप अपने सामने रखी हुई इस कटोरी को उठाकर भगवान शिव जी के पास में पहुंच जाइए और वहां पर जाकर अपनी उस नई कटोरी में से वह शमी के फूल को उठाकर भगवान शिव जी की शिवलिंग पर चढ़ा दीजिए।
शमी के फूल को चड़ाकर भगवान शिव जी के सामने हाथ जोड़कर अपनी मनोकामना भगवान शिव जी से बोल दीजिए।
यहां पर यह उपाय पूरा हो जाता हैं।
इस उपाय के नियम
इस उपाय में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी हैं।
- इस उपाय में आपको एक नई कटोरी लेना हैं जिसको आपने पहले उपयोग में नहीं लिया हो।
- इस सफाई में आपको शमी पत्र नहीं लेना हैं, शमी वृक्ष का फूल लेना हैं।
- इस उपाय को आपको सुबह-सुबह करना हैं।
- इस उपाय को अपनी किसी एक विशेष मनोकामना के लिए ही करें।
दूसरा उपाय
इस उपाय को आप भगवान शिवजी को प्रसन्न करने के लिए कर सकते हैं, जब आपको ऐसा लगे कि आपको भगवान भोलेनाथ के आशीर्वाद की जरूरत हैं तो उस स्थान पर आप इस उपाय को जरूर कीजिए।
इस उपाय की सामग्री
इस उपाय में आपको एक लोटा जल की आवश्यकता होगी।
इस उपाय की विधि
इस उपाय में आपको एक लोटा जल भगवान शिव जी के मंदिर लेकर जाना हैं और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए अपने एक लोटा जल से भगवान शिव जी की शिवलिंग के ऊपर एक धारा से जल समर्पित करते जाना हैं।
जल समर्पित करते करते-करते ही आपको महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना हैं।
जल समर्पित करने के बाद भगवान से आप हाथ जोड़कर आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।
यहां पर यह उपाय पूरा हो जाता हैं।
इस उपाय के नियम
- इस उपाय को आपको प्रातः काल सुबह-सुबह करना हैं।
- इसमें आपको शुद्ध जल उपयोग में लेना हैं।
- इस उपाय को आप प्रतिदिन नियम के साथ भी कर सकते हैं।
- इस उपाय को भगवान भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए ही करना हैं।
महा मृत्युंजय मंत्र कौन सा हैं
ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः।
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् ।
उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ।।
ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ।
हमने आपको महामृत्युंजय मंत्र के यह 2 उपाय बताए हैं जिन उपाय को करके आप अपने जीवन में बहुत सारी खुशियां को प्राप्त कर सकते हैं। अगर आपको इन उपाय करने में कोई भी समस्या आती है या कोई आपके मन में प्रश्न आता है तो साबुन से कमेंट करके पूछ सकते हैं।
धन्यवाद