नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते हैं कि कई सारे लोगों के घर में हमेशा कुछ ना कुछ परेशानियां चलती रहती हैं। जैसे कि उनके घर में धन की परेशानी हो या किसी भी प्रकार की दुख परेशानी हो या घर में कोई रोग और बीमारी हो या घर में किसी के पास नौकरी ना हो या घर में किसी का कोई बड़ा काम नहीं हो पा रहा है तो आप लोगों को प्रदोष व्रत का यह वाला उपाय जरूर करना चाहिए जो कि पंडित जी ने आरती शिव महापुराण कथा में बिल्कुल नया उपाय बताया है।
आज इस लेख में हम आप लोगों को पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताया गया आरती शिव महापुराण कथा का एक शमीपत्र और रात 9:15 वाला उपाय बताने वाले हैं जिस एक उपाय को करने से आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
यह उपाय किस दिन करना है
यह उपाय आप लोगों को मात्र प्रदोष व्रत के दिन ही करना है।
यह उपाय कितने दिनों तक करना है
यह उपाय 4 से 5 प्रदोष व्रत तक करना है और इस उपाय का फल लेना है।
इस उपाय को किसको करना है
इस उपाय को घर के किसी भी एक बड़े सदस्य को करना है, विशेष रूप से घर की जो बड़ी माताएं बहने होगी उनमें से कोई भी एक माता बहन को यह वाला उपाय को कर सकती है।
इस उपाय को किस लिए करना है
इस उपाय को आप अपने घर में सुख और शांति के लिए धन प्राप्ति के लिए सभी तरह की दुख और परेशानियों के लिए कर सकते हैं।
इस उपाय को किस समय करना है
इस उपाय को आप लोगों को 2 समय पर करना है पहले प्रदोष काल या शाम का समय और दूसरा रात 9:15 पर मतलब यह उपाय शाम के समय से शुरू होगा और रात 9:15 मिनट पर पूरा होगा।
इस उपाय की सामग्री क्या है
इस उपाय में आप लोगों को सिर्फ एक शमी पत्र की आवश्यकता होगी।
इस उपाय को कहां पर करना है
इस उपाय को आपको अपने घर के ही मंदिर में जहां पर आपके घर में शिवलिंग विराजित हो, उस स्थान पर आप लोगों को यह वाला उपाय करना है। मतलब इस उपाय को करने के लिए आपको किसी मंदिर में जाने की जरूरत नहीं है आप अपने घर ही में जो शिवलिंग है उस शिवलिंग के ऊपर यह वाला उपाय कर सकते हैं।
इस उपाय को करने की विधि
इस उपाय को करने के लिए आपको शुद्धता का विशेष रूप से ध्यान रखना है और यह उपाय शाम के समय से शुरू होगा और रात 9:15 मिनट पर पूरा होगा।
- सबसे पहले उपाय के लिए आपको एक शमी पत्र पहले से तैयार करके रखना पड़ेगा।
- उसके बाद प्रदोष व्रत के दिन जैसे ही शाम का समय होता है उसे समय आप लोगों को अपने घर के मंदिर में आ जाना है जहां पर शिवलिंग रखा है।
- इसके बाद में आप लोगों को सबसे पहले अपने घर के मंदिर की दीपक बाती करनी है और अपने घर में जो तुलसी माता है उनके लिए भी दीपक बाती करना है मतलब दीपक जलाना है।
- जैसे ही आप अपने घर के मंदिर में और तुलसी माता के पास में दीपक जला देते हैं उसके बाद में आपको अपने ही घर में मंदिर में जहां पर शिवलिंग रखा हुआ है वहां पर बैठ जाना है और बैठने के बाद आपको अपना वह एक शमीपात्र निकाल लेना है।
- इसके बाद में आपके घर में चाहे पत्थर की शिवलिंग हो चाहे किसी भी चीज की शिवलिंग हो आप उसे शिवलिंग के ऊपर इस वाले उपाय को कर सकते हैं।
- अब आपको इस एक शमी पत्र को भगवान शिव जी की शिवलिंग के ऊपर समर्पित कर देना है जो शिवलिंग आपके घर में है।
- इस एक शमी पत्र को भगवान शिव जी की शिवलिंग के ऊपर समर्पित करने के बाद आपको भगवान से हाथ जोड़कर प्रार्थना करना है, विनती करना है, मनोकामना बोलना है या जिस काम के लिए आप लोग अपना यह वाला उपाय कर रहे हो अपना वह काम आपको भगवान शिव जी से बोलना है।
- इस शमीपत्र को शिवलिंग पर चढ़ाने के बाद भगवान से मनोकामना बोलने के बाद आप भगवान के दर्शन करके वहां से उठ सकते हैं और अपने बाकी के घर के कामों को कर सकते हैं
- अब आपको अपने पूजन वाले स्थान पर रात को 9:15 मिनट के पहले आ जाना है क्योंकि यह उपाय शुरू तो शाम के समय से होगा पर पूरा रात 9:15 मिनट पर होगा।
- जैसे ही रात के 9:15 का समय होता है उस समय आपको इस एक शमी पत्र को अपने घर की शिवलिंग से उठा लेना है और इसे किसी एक पात्र में रख देना है
- अब इस शमी पत्र के अंदर भगवान शिव जी का आशीर्वाद आ चुका है अब आप अपने किसी भी काम को करने के लिए जिस भी दिन जाते हैं तो अपने साथ में इस एक शमी पत्र को अपने आगे की शर्ट की जेब में रखकर जाएं। आप जिस भी काम के लिए जाएंगे आपको उसमें सफलता जरूर मिलेगी।
- अगर आप इस उपाय को अपने घर में धन प्राप्ति के लिए कर रहे हैं, घर में सुख शांति बनाने के लिए कर रहे हैं तो आप इस शमी पत्र को अपने घर ही में रखें।
- यह उपाय आप लोगों को 4 से 5 प्रदोष व्रत तक करना है और चार से पांच प्रदोष की जो शमीपत्र होगी वह आपको अपनी ही घर में इस पात्र में इकट्ठा करके रख लेना है और आप इन शमीपत्र को भगवान का आशीर्वाद समझ कर रख सकते हैं।
- अगर आप किसी भी काम के लिए जा रहे हैं तो आप इन सभी पात्र को अपनी शर्ट की जेब में रखकर लेकर जाएं और आप काम में जरुर सफल होंगे।
- आप इस उपाय में इस शमीपत्र का उपयोग पहले प्रदोष व्रत से ही कर सकते हैं और चौथे पांचवें प्रदोष व्रत से भी कर सकते हैं।
- यहां पर यह वाला उपाय पूरा हो जाता है।
उपाय को करते समय ध्यान में रखने वाली बातें
- यह उपाय सिर्फ प्रदोष व्रत के दिन ही करना है।
- यह उपाय 4 से 5 प्रदोष व्रत तक करना होगा।
- यह उपाय शाम के समय से शुरू होगा और रात 9:15 मिनट पर पूरा होगा।
- इस उपाय को घर की कोई भी एक बड़ी माता बहन कर सकती है।
- इस उपाय में आपको अपनी ही एक शमीपत्र लेनी होगी।
- इस उपाय को आपको मंदिर में जाकर नहीं करना है अपने ही घर में जो शिवलिंग है वहां पर करना है।
- उपाय की शमीपत्र का प्रयोग आप पहले प्रदोष व्रत से भी कर सकते हैं, दूसरे, तीसरे से भी कर सकते हैं।
- अगर आप उपाय को किसी सफल काम के लिए कर रहे हैं तो इस शमी पत्र को आप अपनी शर्ट की आगे वाली जेब में रखकर जाएं आप उस काम में सफल होंगे।
- अगर आप इस उपाय को अपने घर की सुख और शांति के लिए या धन प्राप्ति के लिए कर रहे हैं तो इन शमीपत्र को किसी एक अच्छे से पात्र में इकट्ठा करके अपने ही घर में पूजन वाले स्थान पर रखें।
- इन शमी पत्र के अंदर भगवान शिव जी का आशीर्वाद आ जाएगा जिससे कि आपके घर में सुख शांति बनी रहेगी।
दोस्तों यह उपाय पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने खुद अपनी आरती शिव महापुराण कथा में बताया है जो की बिल्कुल नया उपाय है। यह उपाय सिर्फ प्रदोष व्रत के दिन का है इसके अलावा आप इस उपाय को कभी नहीं कर सकते हैं। इस उपाय को करने में अगर आपको कोई भी दिक्कत समस्या या परेशानी आती है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं