नमस्कार दोस्तों, आप सभी लोग जानते हैं कि जिन माताओं बहनों को संतान की प्राप्ति नहीं होती हैं तो वह उस स्थान पर बहुत दुखी होती हैं पर दोस्तों कई सारी माताओं बहनों को पता ही नहीं होता है कि हमारी शिव महापुराण कथा में संतान प्राप्ति के ऐसे उपाय दिए गए हैं जिन्हें उपाय को जो माताएं बहने पूरे विश्वास से कर लेती हैं तो उनको संतान की प्राप्ति हो जाती हैं।
आज हम आपको पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताए गए शिव महापुराण कथा के संतान प्राप्ति के कुछ उपाय को बताने वाले हैं जिन उपायों को जो भी माताएं बहने करेंगे उनको संतान की प्राप्ति जरूर होगी।
संतान प्राप्ति का पहला उपाय
इस उपाय को उसे स्त्री को खुद करना हैं जिनको संतान की प्राप्ति नहीं हो पा रही हैं तो उसे स्थान पर जब स्त्री के रजस्वला धर्म यानी की मासिक धर्म का सातवां दिन हो उसे दिन आपको यह उपाय करना हैं।
इस उपाय में आपको सफेद आंकड़े की जड़ की आवश्यकता होगी।
इस उपाय को तुमरूका महादेव जी का नाम लेकर उसे नारी के घर के किसी एक सदस्य को यह उपाय मंदिर में जाकर करना हैं क्योंकि स्त्री रजस्वला धर्म में होगी तो वह मंदिर में नहीं जा सकती और इस उपाय को नहीं कर सकती हैं।
रजस्वला धर्म के सातवें दिन आपको अपने घर की किसी इस सदस्य को शिव जी के मंदिर भेजना हैं और उसके साथ में आंकड़े की जड़ भी भेजना हैं। उस आंकड़े की जड़ को भगवान शिव जी की शिवलिंग के ऊपर से 21 बार तुमरूका का महादेव जी का नाम लेकर घुमना हैं।
उसके बाद उसे आंकड़े की जड़ को जिस स्त्री की संतान नहीं हो रही हो उसे उसकी कमर में किसी लाल धागे में उसे बांध लेना चाहिए।
उसके बाद में एक पीपल का पत्ता अवधूतेश्वर महादेव का नाम लेकर भगवान शिव जी की शिवलिंग पर चढ़कर उसे गाय के दूध में उबालकर उसे दूध को अगर पति-पत्नी रात में पीकर सोते हैं तो 3 महीने में भगवान शिव उस स्त्री की गोद भर देते हैं।
संतान प्राप्ति का दूसरा उपाय
इस उपाय को उस उसे स्त्री को खुद करना है जिसको संतान की प्राप्ति नहीं हो रही हैं।
इस उपाय में आपको पांच बेलपत्री, पांच दूर्वा, पांच सफेद पुष्प और पांच लोटा जल की आवश्यकता होगी।
पांच लोटा जल एक बाल्टी में भरकर अपने साथ एक लोटा रखकर ले जा सकते हैं।
उसके बाद आपको सोमवार के दिन शिव जी के मंदिर प्रातः कल सुबह-सुबह पहुंचना हैं।
मंदिर पहुंचने के बाद आपको एक-एक करके यह सारी सामग्रियां भगवान शिव जी पर चढ़ता हैं।
मतलब सबसे पहले जब भगवान शिव जी के पास में बैठेंगे तो आपको एक बेलपत्री चढ़ना हैं, एक दूर्वा चढ़ना हैं और सफेद पुष्प चढ़ना हैं उसके बाद में जो आप एक लोटा जल लेकर गए हैं वह एक धारा से भगवान शिव जी पर आपको चढ़ा देना हैं। जब आप यह सभी सामग्रियां भगवान शिव जी की शिवलिंग पर चढ़ाएंगे तो उसे समय आप लोगों को तुम रुक महादेव जी का नाम जरूर लेकर श्री शिवाय नमस्तुभ्यं बोलकर ही इस उपाय को करना हैं।
इसी तरीके से आपको पांच बार यह सभी सामग्रियां भगवान शिवजी पर चढ़ने हैं।
आप सभी चीज पांच-पांच मात्रा में लेकर गए हैं तो आपको यह सभी चीज एक-एक करके भगवान शिवजी पर चढ़ने हैं।
उसके बाद में आखिरी में जब आप बेलपत्र, दूर्वा, सफेद पुष्प और जल चढ़ाएंगे। तो आखरी में आपको वही चल जलधारी से थोड़ा सा जल झेलकर लाना हैं।
इस जल को आपको उस स्त्री को पिलाना हैं जिसको संतान की प्राप्ति ना हो रही हो।
इस उपाय को आपको कम से कम 5 सोमवार तक करना हैं।
जब आप इस उपाय को कर लेंगे तो उसके 3 महीना के अंदर आपको संतान की प्राप्ति की खुशखबरी जरुर मिल जाएगी।
दोस्तों यह दोनों उपाय सिर्फ संतान प्राप्ति के लिए हैं जो माताएं बहनें इन उपायों को पूरे मन और विश्वास से करेंगी। उनको संतान की प्राप्ति जरूर होगी और यह उपाय पंडित जी ने अपनी शिव महापुराण कथा में बताए थे।
अगर आप कोई उपाय करने में कोई भी समस्या आती है तो आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
धन्यवाद
आंकड़े की जड़ को कितने दिन तक या कब तक बांधना है और फिर उसका क्या करना है ????
SAB KAAMNA POORA HO TAB VISARJIT KAE DGEAGA
Hamne Santan Prapti ke liye Swed Aakde ki jad bandhi thi ab hamari manokamana puri ho gayi hai. Dhanyavad Pradeep Mishra Ji.
Ab ye Swed AAakde ki jad ko utaarne ki kya vidhi hai, kripya karke bataye
Apka bahut bahut dhanyavad