नमस्कार दोस्तों, आज हम आप लोगों को पंडित प्रदीप मिश्रा जी द्वारा बताया गया शिव महापुराण कथा का सावन में किया जाने वाला एक ऐसा उपाय बताने जा रहे हैं जो कि पंडित जी ने अपनी सावन की कथा में बिल्कुल नया उपाय बताया हैं जिस उपाय को करने के बाद आपके जीवन में किसी भी प्रकार का दुख और कष्ट चल रहा हो तो उस स्थान पर अगर आप इस उपाय को करेंगे तो आपको जरूर फायदा मिलेगा।
इस उपाय को कहां पर करना हैं
इस उपाय को करने के लिए आपको कहीं पर जाने की जरूरत नहीं है आप अपने घर में ही इस उपाय को कर सकते हैं।
इस उपाय को कब तक करना हैं
इस उपाय को आपको इस सावन के महीने में पूरे दिन करना हैं जब तक सावन का महीना चलेगा।
भले ही सावन के एक-दो दिन या कुछ दिन आपसे इस उपाय को करने के लिए छूट गए हो तब भी आप इन उपाय को जब सुन रहे हैं जब से आप शुरू कर सकते हैं।
इस उपाय को घर में किस जगह करना हैं
इस उपाय को आपको अपने घर के किसी गमले में करना हैं जिसमें आपका कोई छोटा सा पौधा लगा हुआ हो या कोई क्यारा अपने बनाकर रखा हुआ हो जिसके अंदर छोटा सा कोई पौधा लगा हो उसमें आपको यह उपाय करना हैं।
इस उपाय को किस समय करना हैं
इस उपाय को इस श्रावण के महीने में आपको रोज प्रातः काल सुबह-सुबह करना हैं।
इस उपाय को करने की विधि
इस उपाय में आपको उस गमले के पास जाना हैं जिसमें आप यह उपाय करने वाले हैं। अब आपको उसी गमले की मिट्टी से गमले के अंदर ही एक शिवलिंग का निर्माण करना हैं जिसमें आपको जलधारी नहीं बनाना हैं सिर्फ शिवलिंग ही बनाना हैं। उसके बाद में आपको अपने हाथ से बनाए हुए शिवलिंग के ऊपर जल समर्पित करना हैं, उसकी पूजन आराधना करना हैं और अपनी पूजन करने के 15 से 20 मिनट बाद आपको इस शिवलिंग का विसर्जन कर देना हैं।
उपाय में शिवलिंग का विसर्जन कैसे करना हैं
इस उपाय में शिवलिंग का विसर्जन करने के लिए आप अलग से पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं और शिवलिंग का विसर्जन आपको 15 से 20 मिनट बाद उसी गमले के अंदर ही करना हैं।
यह उपाय किस पौधे के नीचे करना हैं
आपके घर में जो गमला हो, उस गमले में जो पौधा लगा हो, उसी के नीचे आप यह उपाय कर सकते हैं। आपको ध्यान में यह बात रखनी हैं कि इस उपाय को आपको तुलसी के पौधे के नीचे नहीं करना हैं।
इस उपाय को करने से क्या होगा
इस उपाय को करने से आपके जीवन के दुख और कष्टों से आपको छुटकारा मिलेगा और आपके जीवन में खुशियां आएंगी।
शीर्षक
इस उपाय को पंडित जी ने अपनी पुष्कर राज राजस्थान की श्रावण में चल रही ब्रह्म शिव महापुराण कथा में बताया था इस उपाय को सिर्फ आपको श्रावण के महीने में करने हैं।
अगर इस उपाय को करने में आपको कोई भी दिक्कत समस्या आती हैं तो उसे आप मुझे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
धन्यवाद