नमस्कार दोस्तों अगर आप लोगों के घर में भी कभी कोई ऐसा व्यक्ति खत्म हो गया हो जिसकी आयु पूरी ना हुई हो या किसी और कारण से वह अपनी मृत्यु से पहले ही चला गया हो मतलब पानी में डूबकर या एक्सीडेंट में चला गया हो तो उस स्थान पर वह अधोगति में चला गया है तो कहीं ना कहीं वह व्यक्ति बैकुंठ नहीं जा पाता और उसकी वजह से आपके घर परिवार में कहीं ना कहीं दुख और समस्याएं चलती रहती हैं तो उस स्थान पर मात्र आपको यह उपाय करना चाहिए जिससे कि वह अधोगति में गया हुआ मनुष्य को वैकुंठ मिल जाता है साथ ही में आपके जीवन में घर परिवार में आने वाली समस्याओं से भी आपको छुटकारा मिलता है।
यह उपाय पंडित जी ने अपनी चौथे दिन की भिलाई छत्तीसगढ़ की एकांत ईश्वर महादेव शिव महापुराण कथा में बताया हैं।
इस उपाय को आपको तब भी करना चाहिए जब आपको अपने सपने में कुछ गलत दिखाई देता हो या सपने गलत तरीके के आ रहे हो।
यह उपाय बहुत ही साधारण है और इस उपाय को कोई भी कर सकता है।
यह उपाय महीने में सिर्फ एक बार करना है जब अमावस्या का दिन हो इस बात का विशेष रूप से आपको ध्यान रखना है।
इस उपाय में आपको मात्र पीले चंदन की आवश्यकता होगी और इस पीले चंदन को आपको भगवान शिव जी के मंदिर में जाकर 7 स्थानों पर जाकर लगाना है।
अमावस्या के दिन प्रातः काल सुबह सुबह आप पीला चंदन लेकर भगवान शिव जी के मंदिर पहुंच जाएं और अब इस पीले चंदन को आपको इस क्रम से 7 स्थानों पर इस पीले चंदन का भाग लगाते जाना है।
भाग कहने का मतलब है कि उस स्थान पर या तो आप पीले चंदन का टीका लगाया पीले चंदन से लेपन करें या पीले चंदन का हल्का सा भाग उस स्थान पर लगाएं जो 7 स्थान हम आपको बताने जा रहे हैं।
सबसे पहले आपको शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग के ऊपर इस चंदन से लेपन करना है।
दूसरे नंबर पर आपको यह पीला चंदन शिवजी के ऊपर जो गणेश जी का स्थान होता है जो कि जलाधारी के सीधे भाग में होता है उस जगह पर लगाना है।
तीसरे नंबर पर आपको यह पीला चंदन कार्तिकेय जी के स्थान पर लगाना है जो कि जलाधारी के उल्टे भाग की तरफ रहता है।
चौथे नंबर पर आपको यह पीला चंदन जलाधारी के बीचो-बीच जो माता अशोक सुंदरी का स्थान होता है वहां पर लगाना है।
पांचवे नंबर पर आपको यह पीला चंदन शिव जी की शिवलिंग के ऊपर जो एक पात्र लगा हुआ होता है जिससे बूंद बूंद करके शिवजी पर जल गिरता है जिसमें शिवजी की 5 बेटियों का स्थान होता है। उस पात्र के ऊपर आपको पीला चंदन लगाना है।
छठवें नंबर पर आपको यह पीला चंदन शिवलिंग के पीछे हल्का सा जलाधारी का भाग होता है वहां पर लगाना है। आपने देखा होगा शिवजी के आगे एक जलाधारी होती है और शिवजी के पीछे हल्की सी जगह होती है जलाधारी की तो आपको शिवजी के पीछे वाली जलाधारी जो होगी वहां पर पीला चंदन लगाना है।
सातवें और आखिरी नंबर पर आपको यह पीला चंदन नंदी बाबा के पास में आकर नंदी बाबा के दोनों सिंहो में लगाना है।
इन 7 जगहों पर यह पीला चंदन लगाने के बाद आपको भगवान शिव जी से प्रार्थना करना है आशीर्वाद प्राप्त करना है और यहां पर यह उपाय पूरा हो जाता हैं।
यह उपाय सिर्फ अमावस्या के दिन आपको करना है और आप चंदन का टीका भी इन 7 जगहों पर लगा सकते हैं या आप इस चंदन का कोई भी भाग सात जगहों पर लगा सकते हैं।
अगर आपको सफाई करने में कोई भी दिक्कत समस्या आती है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
श्री शिवाय नमस्तुभयम