श्री शिवाय नमस्तुभयम दोस्तों
अगर आपके घर में भी कोई ऐसा व्यक्ति है जो कि बहुत ज्यादा बीमार रहता हूं यह हमेशा उसे हॉस्पिटल जाने की जरूरत पड़ती हो उसे कुछ ना कुछ समस्या उसके शरीर में लगी ही रहती हो तो दोस्तों उसके लिए एक बहुत ही आसान सा उपाय है जो कि शिव महापुराण कथा का उपाय है अगर आप इस उपाय को कर लेते हैं तो निश्चित ही आपके शरीर में कितने ही भारी से भारी रोग भी होगा तो वह आपके शरीर को छोड़ देगा।
इस उपाय को करने से आपकी कैंसर जैसी बड़ी बीमारी भी दूर हो सकती है अगर आप इस उपाय को पूरे विश्वास के साथ करते हैं तो ऐसा कोई सा रोग नहीं है जो इस उपाय से दूर ना हो इसलिए आप इस उपाय को करके जरूर देखिए।
इस उपाय मे आपको एक रुद्राक्ष की जरूरत पड़ेगी। रुद्राक्ष कोई सा भी मुखी होगा तो चल जाएगा पर रुद्राक्ष आपको असली वाला चाहिए। साथ ही वह रुद्राक्ष सिद्ध भी होना चाहिए ऐसा नहीं कि आप सिर्फ रुद्राक्ष खरीद कर ले आए हो और आप इस उपाय में उसे उपयोग कर लें आपका रुद्राक्ष सिद्ध होना चाहिए।
अगर आप रुद्राक्ष को सिद्ध करवाने में कोई दिक्कत आ रही है तो उस स्थान पर जो लोग भी कुबरेश्वर धाम से कोई एक रुद्राक्ष लेकर आए हैं वह रुद्राक्ष पूरी तरीके से सिद्ध है। अगर आप रुद्राक्ष को कुबरेश्वर धाम से लाए हैं तो उस रुद्राक्ष को आप इस उपाय में उपयोग कर सकते हैं।
आपको क्या करना है कि किसी भी रात्रि में एक तांबे का कोई पात्र लेना है या अगर आपको कटोरी मिल जाए तो आपको कटोरी लेना है और उसमें आपको शुद्ध जल भर लेना है। शुद्ध जल भरने के बाद आपको उसमें जो आपके पास रुद्राक्ष है सिद्ध वाला रुद्राक्ष उसी तांबे के पात्र में डाल देना है। अब इस कटोरी को किसी अच्छे स्थान पर रख दीजिए और इस कटोरी को पूरी रात रखे रहने दीजिए।
सुबह उठकर सबसे पहले इस कटोरी में से आप रुद्राक्ष निकालकर किसी अच्छे स्थान पर रख दें और जो कटोरी का जल है यह अब आपके शरीर के लिए औषधि का काम करेगा। इस जल को आपको पूरे दिन भर में तीन से चार बार दो दो तीन तीन चम्मच करके पीना है। सुबह जैसे ही आप उठेंगे तो सबसे पहले दो-तीन चम्मच जल का आचमन कर ले, उसके बाद फिर दो-तीन घंटे बाद फिर दो-तीन चम्मच का आचमन कर ले, फिर तीन-चार घंटे बाद उसका आचमन कर लें इस तरीके से आपको पूरा जल पूरे दिन भर में समाप्त करना है।
यही प्रक्रिया को आपको रोज दोहराना है और जब तक आप की बीमारी ठीक ना हो जाए इसी तरीके से आपको रात में तांबे के पात्र में जल भरना है उसके अंदर रुद्राक्ष डाल देना है पूरी रात रखे रहने देना है सुबह उठकर रुद्राक्ष को बाहर निकालकर उस जल का सेवन पूरे दिन में आपको थोड़ी थोड़ी मात्रा में करते रहना है इससे आपके शरीर के अंदर जितने भी लोग होंगे कोई भी बड़ी बीमारी होगी जो कि दवाइयों से ठीक नहीं हो रही होगी वह जल्द ही ठीक हो जाएगी।
यह उपाय खुद पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने अपनी शिव महापुराण कथा में बताया है अगर आपको इस उपाय को करने में कोई भी समस्या आती है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।
ओम नमः शिवाय
Mere.bahe.KO.dimak.she.dikat.he.bet ta.nah I.he.kit.kare
ji es jal ko pilae
Shri shivaya namostuviyam 🙏🙏
Kya ye upay se hiv 1 bhi thik hosakta ha ….
ji
Cencar bhi thik ho jayega
JI
Meri wife ki dono kidney damage h kya unko ye jal pila sakte h aur is jal ko pine se wo thik ho jayegi