हेलो दोस्तों, ज्योतिषी गणना के अनुसार वर्ष 2024 में शनि देव अपनी राशि में परिवर्तन नही कर रहे लेकिन अस्त जरूर होंगे। हमारी सनातन धर्म में शनि देव कैसे हैं जो हर दो-तीन साल के अंतराल से राशि परिवर्तन करते हैं तो कभी वह राशि में वक्री होते हैं। ऐसे में 2024 में शनि देव वक्री होने जा रहे हैं जिससे शनि देव के होने वाले इस परिवर्तन से राशियों पर अलग-अलग तरीके से प्रभाव डालेंगे। सबसे पहले तो शनि देव 11 फरवरी 2024 को ही अस्त होंगे इसके बाद शनि की साढ़ेसाती वाली राशियों पर शनि का प्रकोप थोड़ा काम देखने को मिलेगा। अगर हम बात करें वर्तमान समय की तो शनि देव पिछले 3 साल से कुंभ राशि में ही हैं, वहीं अब वर्ष 2025 में शनि देव मीन राशि में प्रवेश करेंगे। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से शनि देव के अस्त होने से क्या प्रभाव पड़ेगा आज के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने का प्रयास करेंगे।
शनि देव अस्त कब होंगे | 11 फरवरी 2024 |
शनि देव उदय कब होंगे | 18 मार्च 2024 |
उपाय | हनुमान जी के मंदिर जाए, शनि देव मंदिर जाएं |
शनि देव अस्त होने का असर | राशि के अनुसार |
शनि देव के अस्त होने से क्या होता है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव एक ऐसे देव हैं जो हर साल किसी राशि में प्रवेश करते हैं वह गोचर करते हैं और जब शनि देव किसी राशि में प्रवेश करते हैं तो पूरे 3 साल तक उस राशि मे अपना दबदबा बनाए रहते हैं। ऐसे में अब शनि देव कुंभ राशि में अस्त होंगे जिसके चलते व्यक्ति को जीवन में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में देश में दुर्घटना होना आर्थिक नुकसान होना तथा व्यक्ति का सेहत के प्रति नुकसान होना यह सारी बातें देखने को मिलेगी। जब-जब शनिदेव किसी राशि में अस्त होते हैं तो उसे पर किसी व्यक्ति के जीवन ही नहीं बल्कि देश और विश्व में भी असामान्य घटनाओं को भी देखा जाता है। शनि देव कैसे देव है जिनकी नज़रों से बचना नामुमकिन होता है इस बार शनि देव 33 दिनों के लिए अस्त होने जा रहे हैं तो व्यक्ति को जीवन में काफी सारी सावधानियां का पालन करना होगा। शनि ग्रह को ज्योतिष अनुसार न्याय और कर्म के देवता के रूप में भी जाना जाता है जो सबसे क्रूर ग्रह की श्रेणी में आते हैं। शनि देव व्यक्ति को उसके कर्म के अनुसार ही फल देते हैं जिसके अंतर्गत किसी के जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है तो किसी को जीवन में नए बदलाव देखने को मिलते हैं, क्योंकि शनि देव की गति वीडियो का असर मानव के जीवन को कुछ हद तक प्रभावित भी करता है।
शनि देव अस्त कब होंगे
11 फरवरी 2024 के दिन शनि देव कुंभ राशि में ही अस्त होने जा रहे हैं, वह राशि परिवर्तन तो नहीं करेंगे लेकिन अस्त होने से व्यक्ति के जीवन में उसका प्रभाव जरूर देखने को मिलेगा ऐसे में व्यक्ति को बहुत ही खास और विशेष सावधानी रखना आवश्यक है।
शनि देव अस्त कैसे होते है
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुछ ग्रह ऐसे हैं समय-समय पर अस्त और उदय होते हैं जिसका मुख्य कारण यह होता है कि जब कोई ग्रह सूर्य देव के निकट आता है तो वह अस्त हो जाता है और जब कोई ग्रह शनि देव से दूर जाता है तो वह उदय हो जाता है। अगर हम बात करें साधारण भाषा में तो शनि देव 11 फरवरी 2024 की शाम को समय सूर्य देव के निकट जाएंगे, जिससे उनका असर कम होता दिखाई देगा और किसी को ज्योतिष करना के अनुसार शनि देव का अस्त होना माना जाएगा। पूरे 33 दिन तक शनि देव सूर्य भगवान के निकट रहेंगे इसके बाद ही वह उदय होंगे।
शनि देव कब उदय होंगे
11 फरवरी 2024 को शनि देव अस्त होंगे इसके ठीक 33 दिन बाद 18 मार्च 2024 को वह फिर से उदय हो जाएंगे। 18 मार्च के बाद शनि देव सूर्य देव से दूर होते जाएंगे जिसके कारण उनका प्रभाव एक बार फिर से देखने को मिलेगा और वह उदय हो जाएंगे। ज्योतिष अनुसार इस खगोलीय घटना को सामान्य भी मान सकते हैं और असामान्य भी मान सकते हैं।
शनि देव के अस्त होने पर क्या प्रभाव होगा
शनि देव के अस्त होने पर ऐसा माना जाता है कि व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसके अलावा पूरे देश और दुनिया में ही इसका प्रभाव देखने को मिल जाता है। वैसे तो शनि देव का प्रभाव राशियों के अनुसार व्यक्ति के जीवन में दिखाई देगा व्यक्ति को अपने नजदीकी ज्योतिष आचार्य के पास जाकर शनि देव के अस्त होने से होने वाले प्रभावों के उपाय के बारे में जानकारी प्राप्त कर देनी चाहिए। हालांकि व्यक्ति को अपने जीवन के कर्मों के अनुसार ही शनि देव उसे फल देते हैं ऐसे में व्यक्ति को अच्छे से पता होता है कि उसके द्वारा किए गए कर्मों का फल उसे किस प्रकार से मिलेगा।
शनि अस्त होने पर क्या करना चाहिए
शनि अस्त होने पर कुछ निम्नलिखित कार्य है जिन्हें करने से व्यक्ति को बचना चाहिए।
- शनि के अस्त होने पर व्यक्ति को विशेष रूप से उसकी क्षमता के अनुसार दान करना चाहिए।
- इस दौरान व्यक्ति किसी गरीब को भोजन, कपड़े और जरूरत की सामग्री का दान कर सकता है।
- शनि अस्त होने के दौरान व्यक्ति को शनि देव के मंत्रों का जाप करना चाहिए।
- आप चाहे तो 33 दिन की अवधि तक शनि देव के मंदिर जाकर दीपदान कर सकते हैं।
- शनि अस्त के दौरान व्यक्ति को हनुमान जी के मंदिर अवश्य देना चाहिए।
शनि अस्त के दौरान क्या नहीं करना चाहिए
जब जब शनि अस्त होता है तब तब व्यक्ति को उसके कर्मों का फल अवश्य मिलता है ऐसे में शनि अस्त के दौरान क्या नहीं करना चाहिए हम आपको कुछ इस प्रकार से बताएंगे।
- व्यक्ति को किसी भी प्रकार से जीव जंतुओं को परेशान नहीं करना चाहिए।
- शनि अस्त के दौरान अपने द्वारा किए जाने वाले कर्मों में सुधार करना चाहिए।
- शनि अस्त के दौरान किसी भी प्रकार से मांसाहारी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दौरान किसी भी प्रकार से भगवान में मतभेद नहीं करना चाहिए।
- जब भी आप यात्रा करें तो सावधानी जरूर रखें क्योंकि शनि के अस्त होने से दुर्घटनाएं होने का खतरा रहता है।
दोस्तों, आज हमने आपको अपने इस लेख के माध्यम से शनि अस्त 2024 के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने का प्रयास किया है। आप भी इस बात का ध्यान अवश्य रखें 11 फरवरी 2024 को शनि देव अस्त होने जा रहे हैं जिस व्यक्ति के जीवन में परेशानियों का आना-जाना लगा रहेगा ऐसे में आप ज्यादा से ज्यादा दान पुण्य करें।
धन्यवाद