श्री शिवाय नमस्तुभ्यं दोस्तों
अगर आप लोगों की जिंदगी में कोई ऐसी समस्या है जिससे आप लोग बहुत ज्यादा परेशान हैं आपको लगता है कि यह बहुत बड़ी परेशानी है और नहीं समझ पा रही है आपको उसका कोई रास्ता नहीं मिल रहा है आप उस परेशानी से बहुत ज्यादा दिक्कत में आ रहे हैं तो उस समय आपको भगवान शिव भोलेनाथ का एक अचूक उपाय करना चाहिए क्योंकि सिर्फ सोमवार को ही करना है और इस उपाय को सिर्फ दो से तीन सोमवार तक करना है उसी के बीच आपको आपकी उपाय का फल मिल जाएगा आपकी जो भी मनोकामना होगी जिस काम के लिए आप इस उपाय को कर रहे होंगे वह आपकी पूर्ण रूप से पूरी हो जाएगी।
आपको एक बेलपत्र लेना है और एक जल का कलश लेना है कलश तांबे या स्टील का कैसा भी हो सकता है। यह काम आपको सिर्फ सोमवार के दिन सुबह के समय करना है।
अब आप जब घर से बेलपत्र और जल लेकर निकल रहे हो उस समय आपको एक काम और करना है आपको सिर्फ एक बेलपत्र लेना है उस बेलपत्र को अपने सीधे हाथ में रखना है उल्टा करके उल्टा करके रखने के बाद आपको उसी बेलपत्र के ऊपर अपने सीधे हाथ में उस जल के लोटे को भी रखना है।
इस तरीके से आप को बेलपत्र और जल के लोटे को लेकर शिव मंदिर में जाना है। शिव मंदिर में जाने के बाद शिवलिंग के ऊपर आपको अब क्या करना है ध्यान से सुनिए।
आप जो बेलपत्र और जल का लोटा अपने सीधे हाथ में रखे हुए हैं अब आपको जो जल का लोटा है उसे अपने उल्टे हाथ में पकड़ लेना है और जो बेल पत्र आप के सीधे हाथ में रखी हुई है उसको शिव जी की शिवलिंग के ऊपर अशोक सुंदरी वाली जो जगह होती है उस जगह पर चढ़ा देना है।
अशोक सुंदरी वाली जगह वह जगह होती है जहां पर जलाधारी होती है जलाधारी से होते हुए जिस तरफ से जल बहता है उसका जो बीच वाला हिस्सा होता है उस जगह पर शिव जी की सबसे छोटी बेटी अशोक सुंदरी रहती है।
अशोक सुंदरी वाली जगह पर बेलपत्र समर्पित करके आपको अपना जो जल का लोटा है उसे सीधे हाथ में ले लेना है अब इस जल के लोटे को आपको अशोक सुंदरी वाली जगह पर थोड़ा सा समर्पित करना है थोड़ा सा जल अशोक सुंदरी वाली जगह पर समर्पित करके आपको शिव जी की शिवलिंग के चारों और थोड़ा-थोड़ा जल जो है वह समर्पित कर देना है शिव जी की शिवलिंग के ऊपर नहीं करना है। अशोक सुंदरी वाली जगह पर चढ़ाने के बाद आपको शिव जी की शिवलिंग के चारों और थोड़ाथोड़ा थोड़ा सा जल समर्पित कर देना है अब आखरी में जो जल बचेगा उसको आपको शिव जी की शिवलिंग के ऊपर समर्पित करना है जब आप यह उपाय कर रहे हो तो भोले बाबा का मंत्र श्री शिवाय नमस्तुभयम अवश्य जाप करते रहिए।
जब आप इस उपाय को पूरा कर ले उसके बाद आपको शिवजी के सामने अपनी मनोकामना को बोलते हुए शिव जी को प्रणाम करके आशीर्वाद लेकर वापस उठ जाना है।
यहां पर यह उपाय पूरा हो जाता है और यह उपाय खुद पंडित प्रदीप मिश्रा जी ने अपनी शिव महापुराण कथा में बताया है तो इसका पूरा श्रेय श्री पंडित प्रदीप मिश्रा जी को ही जाता है।
अगर आपको उपाय को समझने में कोई दिक्कत या समस्या आए तो उसे आप हम से पूछ सकते हैं।
ओम नमः शिवाय