सोमवार की अष्टमी के उपाय || पंडित प्रदीप मिश्रा जी

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नमस्कार दोस्तों, आज हम आप लोगों को सोमवार की अष्टमी के दिन किए जाने वाला यह विशेष उपाय बताने वाले हैं‌। जिस उपाय को करने से आपकी जो भी मनोकामना होगी वो पूर्ण होगी। उससे पहले हम आपको बताएंगे कि सोमवार की अष्टमी कब हैं 2023 में

सोमवार की अष्टमी कब हैं 2023

सोमवार की अष्टमी 10 जुलाई 2023 को हैं। उसके साथ में श्रावण महीने का पहला सोमवार और सोमवार की अष्टमी तिथि भी हैं।

पंडित प्रदीप मिश्रा सोमवार की अष्टमी के उपाय

इस उपाय को भी व्यक्ति को करना है जिसको अपनी मनोकामना भगवान शिव से पूर्ण करवाना हैं।

उपाय की सामग्री

इस उपाय में आपको एक बेलपत्र, लाल चंदन, पीला चंदन, शहद और 1 लौटा जल की आवश्यकता होगी।

  1. बेलपत्र
  2. पीला चंदन
  3. लाल चंदन
  4. शहद
  5. एक लोटा जल

उपाय की विधि

इस उपाय में आपको ये सभी पांच सामग्रियां लेकर भगवान शिव जी के मंदिर पहुंचना हैं उसके बाद में भगवान शिव जी के पास में बैठना हैं और अपनी वह बेलपत्र निकालना है जो आप उपाय में उपयोग के लिए लाए हैं।

इस बेलपत्र की बीच वाली बड़ी पत्ती पर आपको पीला चंदन लगाना हैं उसके बाद में इसी बेलपत्र की साइड की दो पत्तियां पर आपको लाल चंदन लगाना हैं और आपने देखा होगा एक बेलपत्र की बीच वाली बड़ी पत्ती और साइड की दो पत्तियां के बीच में एक हल्की सी जगह होती हैं उस जगह पर आपको थोड़ा सा शहद लगाना हैं और इस शहद लगाई हुई जगह पर आपको इस बेलपत्र को पकड़ना हैं।

अब इस बेलपत्र को इस बड़ी पत्ती और साइड की दो पत्तियां के बीच वाली जगह पर पकड़ कर आपको माता अशोक सुंदरी जी वाले स्थान पर समर्पित करना हैं।

जब आप इस बेलपत्र को माता अशोक सुंदरी जी वाले स्थान पर समर्पित कर रहे हो उसे समय इस बेलपत्र की डंडी का मुख जहां से जल बहता हुआ जाता हैं और नीचे गिरता हैं उस तरफ होना चाहिए।

माता अशोक सुंदरी जी वाले स्थान पर बेलपत्र समर्पित करने के बाद आपको अपना एक लोटा जल भगवान शिव जी की शिवलिंग के ऊपर समर्पित कर देना हैं और जब आप भगवान शिव जी की शिवलिंग पर जल समर्पित कर रहे हो तो आखरी में इस लोटे में थोड़ा सा जल बचा लीजिए।

यह थोड़ा सा बचा हुआ जल आपको इसी बेलपत्र पर माता अशोक सुंदरी जी वाले स्थान पर समर्पित करना हैं।

मतलब पहले आपको भगवान शिव जी की शिवलिंग के ऊपर जल समर्पित करना हैं। आखरी में थोड़ा सा जल बचाकर माता अशोक सुंदरी जी वाले स्थान पर बेलपत्र पर समर्पित करना हैं।

अब इसी बेलपत्र को आपको भगवान शिव जी के जलधारी से उठाना है और उठाने के बाद इस बेलपत्र को किसी भी जलाशय या वृक्ष के नीचे जाकर छोड़ आए।

आप इस बेलपत्र को किसी भी जलाशय या किसी वृक्ष के नीचे जाकर छोड़ सकते हैं और जब आप यह बेलपत्र जिस स्थान पर छोड़े, वहां पर एक लोटा जल आपको अलग से भी चढ़ाना हैं।

उसके बाद में भगवान से अपनी मनोकामना आप हृदय से बोल दीजिए। आपकी वह मनोकामना बहुत जल्दी पूर्ण होगी।

उपाय के नियम

  • यह उपाय सिर्फ सोमवार की अष्टमी के दिन करना हैं।
  • इस उपाय को आप अपनी एक मनोकामना के लिए ही करें।
  • आखरी में थोड़ा सा जल आपको बेलपत्र के ऊपर भी चढ़ाना है जो अपने माता अशोक सुंदरी जी स्थान पर चढ़ाई थी।
  • पीला चंदन और लाल चंदन और शहद बेलपत्र पर जरूर लगाना हैं।
  • बेलपत्र को बड़ी पत्ती और साइड की दो पत्तियां के बीच वाले स्थान पर पकड़ कर शहद लगाकर ही उपाय करना हैं।

यहां पर यह उपाय पूरा हो जाता है इस उपाय को करने के बाद अगली सोमवार की अष्टमी आने से पहले आपकी मनोकामना जरुर पूर्ण हो जाएगी।

अगर इस उपाय करने में आपको कोई भी दिक्कत समस्या आती है तो उसे आप हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं।

धन्यवाद

1 thought on “सोमवार की अष्टमी के उपाय || पंडित प्रदीप मिश्रा जी”

  1. Maharaj ji prnaam 🙏
    Mere husband par court mai case chal raha hai….but sab kuch jhutha hai….kaise sab theek hoga….ya iska prabhav (case ka kaise khatm hoga…
    Dhanyvad

    Reply

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