अन्नपूर्णा जयंती कब है, अन्नपूर्णा पूजा पर क्या करना चाहिए । Annapurna Puja 2023 in Hindi
मार्गशीर्ष माह के पूर्णिमा को अन्नपूर्णिमा जयंती के नाम से भी जाना जाता है, इस दिन माता पार्वती अन्नपूर्णा के रूप में प्रकट हुई थी। माता अन्नपूर्णा को अन्य की देवी माना जाता है और अन्नपूर्णा जयंती के दिन मुख्य रूप से सभी भक्त लोग अन्न की पूजा करते हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं हमारे शास्त्रों में अनेक त्यौहार ऐसे हैं जिसे बड़े ही श्रद्धा पूर्वक हिंदू रीति रिवाज के साथ मनाया जाता है। अन्नपूर्णा जयंती के दिन भी पूरे विधि विधान से पूजा करने का प्रचलन चल आ रहा है। दोस्तों, जैसा कि आप सभी जानते हैं हमारे घर की ग्रहणियों को अन्नपूर्णा ही माना जाता है, इसीलिए इस दिन विशेष रूप से वह अपने घर के गैस पर चावल और मिष्ठान का भोग बनाती हैं, साथ में दीपक भी प्रचलित करती है। कई जगह इस अन्नपूर्णा महोत्सव के नाम से भी जानते हैं। आज हम अपने इस लेख के माध्यम से अन्नपूर्णा जयंती के बारे में आपको विस्तार से बताएंगे।